मातृ व शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए प्रसव वॉच एप, गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव की उच्च चिकित्सा संस्थान को तत्काल मिलेगी सूचना
भरतपुर 29 जून। जिले के उच्च प्रसव भार वाले चिकित्सा संस्थानों के प्रसव कक्ष को डिजीलाइजेशन किये जाने के लिए प्रसव वॉच एप्लीकेशन लॉन्च किया गया है जिसके अन्तर्गत आज स्वास्थ्य भवन सभागार में उच्च प्रसव वाले संस्थानों के चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों एवं चिकित्सा संस्थान पर कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ जो कि लेबर, पीएनसी वार्ड मेटरनिटी वार्ड में कार्यरत है का आमुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें हाई लोड डिलीवरी लेबर रूम संस्थानों के स्टाफ को डिजिटल माध्यम से एंट्री का दिया प्रशिक्षण, प्रसव वॉच एप्लीकेशन की कार्य प्रक्रिया सिखाई गई।
मास्टर प्रशिक्षक डॉ पंकज जपाइगो ने बताया कि इसके द्वारा प्रसव पूर्व जांचों से लेकर प्रसव पश्चात तक समयानुसार वास्तवित डेटा प्राप्त किया जा सकेगा। इस एप्लीकेशन की सहायता से प्रसव कक्ष के स्टाफ प्रसूता के लिये समय पर सही एवं उचित निर्णय लेने में सक्षम हो पाएंगे यह एप्लीकेषन मातृत्व एवं नवजात शिशु की मृत्यु में कमी लाने में सहायक सिद्ध होगा एव इससे मातृत्व सेवाएं और अधिक बेहतर होगी। तथा इससे कागजी काम कम होगा।
डॉ0 अमर सिंह सैनी जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले की चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ एवं बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव एवं मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए अनूठी पहल की हैं। संचार क्रांति के युग में गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए जिले के 15 चिकित्सा संस्थानों पर 39 प्रसव वॉच एप के सम्बन्ध में टेबलेट प्रदान किए गए हैं ताकि वे इसका उपयोग कर सूचना को त्वरित गति से उच्च चिकित्सा संस्थान तक आदान-प्रदान कर सकेगी एवं सुरक्षित प्रसव के लिए अपनी अहम भूमिका अदा कर सकेगे। जिसके लिए आवष्यक टेबलेट भिजवा दिये गये हैं।
कौशल कुमार जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव की उच्च चिकित्सा संस्थान को तत्काल सूचना मिलेगी। इस प्रसूता वॉच एप के माध्यम से गम्भीर प्रसूता वाली गर्भवती महिलाओं की सूचनाओं को तत्काल उच्च चिकित्सा संस्थानों को प्रेषित किया जा सकेगा, वहीं इस सूचना के सम्प्रेषण से गम्भीर गर्भवती महिला को रेफर करने पर उच्च चिकित्सा संस्थान में उसके सुरक्षित प्रसव के लिए पूर्व में ही पूरी तैयारी रहेगी एवं उसका सुरक्षित प्रसव करवाया जा सकेगा। उन्होंने टेबलेट का प्रभावी ढंग से संचालन करने, संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रसव वॉच एप गम्भीर प्रसूता महिला के सुरक्षित प्रसव कराने एवं उसकी जान को बचाने में महत्वपूर्ण उपयोगी होगा।
ये हैं चिकित्सा संस्थान –
जिला आरबीएम अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बयाना, सीकरी, कामां, डीग, जुरहरा, नदबई, रूपवास कुम्हेर, पहाडी, पथैना, नगर, भुसावर एवं रूदावल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कैथवाडा को शामिल किया गया है जिसमें प्रसव वॉच एप के माध्यम से गर्भवती महिला के प्रसव पर नजर रखी जाएगी। जिले के 15 चिकित्सा संस्थानों पर 39 प्रसव वॉच एप के सम्बन्ध में टेबलेट प्रदान किए गए हैं।
P.D. Sharma