तहसील कार्यालय को पुराने भवन में स्थापित करने की मांग, पुराने भवन को अन्य विभाग के लिए आवंटित किए जाने का किया विरोध, सौंपा ज्ञापन
बयाना, 11 मई। मुख्य कचहरी परिसर स्थित पुराने तहसील कार्यालय के भवन को चिकित्सा विभाग को आवंटित कराने की चर्चाओं को लेकर बार एसोसिएशन ने विरोध जताया है। इसे लेकर बार एसोसिएशन के वकीलों ने गुरुवार को एसडीएम अमीलाल यादव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पुराने तहसील कार्यालय भवन को किसी अन्य विभाग को हस्तांतरित नहीं किए जाने की मांग की है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुंभज के नेतृत्व में एसडीएम के पास पहुंचे वकीलों ने बताया कि वे लगातार तहसीलदार और सब- रजिस्ट्रार कार्यालय को वापस से पुराने भवन में शिफ्ट करने के लिए आंदोलन चला रहे हैं। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत मिलकर मांग भी रखी है। वकीलों ने बताया कि मीडिया में आई खबरों के मुताबिक स्थानीय विधायक पुरानी तहसील कार्यालय भवन को सीएचसी के विस्तार के लिए दिलाना चाहते हैं। इसके साथ ही गत दिनों जिला कलक्टर आलोक रंजन ने भी सीएचसी विस्तार को लेकर पुराने तहसील कार्यालय भवन का अवलोकन किया था। वकीलों ने कहा कि अगर पुराने तहसील कार्यालय भवन को किसी दूसरे विभाग को हस्तांतरित किया गया, तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। वकील पिछले काफी समय से तहसीलदार और सब- रजिस्ट्रार कार्यालय को पुराने भवन में ही शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं। वकीलों ने ज्ञापन में बताया कि आंदोलन के दौरान तहसील कार्यालय को नई बिल्डिंग में शिफ्ट नहीं करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अवकाश के दिनों में गुपचुप तरीके से तहसील कार्यालय को नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया था। तहसील कार्यालय की नई बिल्डिंग शहर से 6 किलोमीटर दूर है। ऐसे में वकीलों, स्टांप वेंडरों, डीडराइटरों और मुकदमों के पक्षकारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वकीलों ने बताया कि फिलहाल पुराने तहसील कार्यालय भवन में महंगाई राहत कैंप का स्थायी शिविर लगाया जा रहा है। जिसमें रोजाना सैकड़ों लाभार्थी भाग ले रहे हैं। इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुंभज, उपाध्यक्ष शैलेश शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता बृजमोहन गुप्ता, भूपेंद्रनाथ शर्मा, देवकीनंदन शर्मा, सुनील वशिष्ठ, अनीता सैन, कृष्णा शर्मा आदि मौजूद रहे।
P.D. Sharma