वृद्ध जनों के लिए ओउमाश्रय बानप़स्थ आश्रम शुरू पहली आबासिनी 81 वर्षीय सन्तोष नारायण शर्मा का स्वागत
बानप़स्थ आश्रम पुरुषार्थ चतुष्ठय धर्म अर्थ काम के बाद मोक्ष हेतु निशुल्क साधना स्थली-” यश” जयपुर, शिव विहार कालोनी मुहाना स्थित निराश्रित जन सेवार्थ ओमाश्रय सेवा धाम परिसर में वृद्ध जनों के लिए ओउमाश्रय बानप़स्थ आश्रम का शुभारंभ हुआ। आश्रम संचालक यशपाल यश ने बताया कि पहली आबासिनी इक्यासी वर्षीय श्रीमति सन्तोष नारायण शर्मा का स्वस्ति यज्ञ के बाद फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
इस अवसर पर लोकायुक्त के सचिव रहे न्यायाधीश चन्द़िका प़साद शर्मा तथा श्रीमति आरती शर्मा ने माल्यार्पण तथा आश्रम को ग्यारह ग्यारह हजार रुपए भेंट किए।
यश ने कहा कि वृद्धाश्रम की जगह बानप़स्थ आश्रम सम्मान जनक शव्द है जो जीवन के लक्ष्य पुरुषार्थ चतुष्ठय धर्म अर्थ काम के बाद मोक्ष की ओर प्रेरित करता है।यश ने कहा कि आश्रम निशुल्क है स्वेच्छया सहयोग स्वीकार्य होगा। आश्रम साधना स्वाध्याय यज्ञ योग ध्यान उपासना मानव गौ तथा वृक्षों की सेवा का सुअवसर है। डॉ
चंद्रिका प्रकाश शर्मा ने यंहा के प़ाकृतिक आध्यात्मिक वातावरण की प़शंसा की। डॉ अविल जैन ने आवासिनी श्रीमति सन्तोष का चिकित्सकीय परीक्षण और चिकित्सा दी।
इस अवसर पर शारदा शर्मा राहुल शर्मा अनीता शर्मा आरती शर्मा उज्जवला शर्मा दिव्य शर्मा इन रमेश गुप्ता श्रीमती पुष्पा अंकित वंशल हरिमोहन अंकित गुप्ता श्रीमति वर्षा श्रीमति सुनीता बंसल आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।