सफाई कर्मी हुए नदारद गांव की गलियों में चलना हुआ दुश्वार जिम्मेदार मौन
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बेमरा व मजरा गोरखा गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, और नालियां बजबजा रही हैं। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव के समुचित विकास के नाम पर जहां प्रतिवर्ष सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर सफाई कर्मियों की नियुक्ति कर रखी है लेकिन गांव की समस्याओं की बात करें तो नजारा इतर है। पूरे गांव में घरों के सामने गंदा पानी जमा हो जाने से उठ रहे दुर्गंध से जीना दुश्वार हो गया है, गंदगी की बदौलत जलजमाव होने की वजह से मौसमी मच्छरों ने अपना आशियाना बना लिया है। मच्छरों के काटने से लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। अभी मानसून ने रफ्तार नहीं पकड़ी लेकिन गांव का हाल बद से बदतर हो चला है। पहली बारिश के बाद ही गांव की गलियों ने विकास की पूरी पोल पट्टी खोल कर सामने रख दी है। जबकि अभी बरसात ठीक ढंग से हुई भी नहीं तब यह हाल है विचार करने वाली बात है कि आने वाली मूसलाधार बारिश में रास्तों की क्या तस्वीर होगी। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों के द्वारा तमाम वादे किए गए थे उन्हीं उम्मीदों पर जिम्मेदारों का चुनाव किया गया था मगर चुनाव जीतने के बाद किए गए वादे खोखले नजर आते हैं। साहब सचिव और ग्राम प्रधान जुगलबंदी करके भ्रष्टाचार की गंगोत्री में डुबकी लगा रहे हैं।आखिर सवाल यह उठता है कि जिम्मेदारों की सरपरस्ती में सफाई कर्मियों की गैर हाजिरी से ग्रामवासी कबतक नरक झेलेंगे लोगों में भारी आक्रोश है। वही ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सक्षम अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान की उदासीनता के कारण ग्राम पंचायत में गंदगी का अंबार लगा हुआ है।ऐसा प्रतीत होता है जैसे जिम्मेदारों ने यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखाते हुए भाजपा शासनकाल को बदनाम करने का मन बना लिया है तो कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस बाबत जब खंड विकास अधिकारी शंकरगढ़ रामविलास राय से जानकारी ली गई तो मामले को जांच कर कार्यवाही करने की बात कही।