लालापुर थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन का वीडियो वायरल होते ही चला प्रशासन का हंटर


यमुना नदी के घाटों पर एसीपी बारा ने मारा छापा,अवैध बालू खनन माफियाओं में मची भगदड़

जेसीबी द्वारा घाटों पर डंपिंग बालू को फेंकवा कर रास्ता किया गया बंद

सुबह की गई कार्यवाही के बाद भी बालू का हो रहा अवैध परिवहन

प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर थाना लालापुर क्षेत्र के गांव अमिलिया तरहार और नौढिया तरहार के बीच मनपुरा घाट पर यमुना नदी में अवैध बालू खनन का कारोबार पिछले एक महीने से प्रतिदिन रात 8 बजे से शुरू होकर सुबह देर तक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। जिसमें अवैध खनन माफियाओं द्वारा भारी संख्या में 2 जेसीबी, 50 ट्रक व ट्रैक्टर, 250 नाव, 700 लेबर और 40 ठेकेदारों को लगा कर प्रतिदिन तेजी से बालू का अवैध खनन जारी होने की खबर की भनक एसीपी बारा कुंज लता को लगी। तो मंगलवार की भोर एसीपी बारा ने लालापुर पुलिस टीम के साथ यमुना नदी के नौढ़िया घाट पर छापा मारा तो अवैध खनन माफियाओं में भगदड़ मच गई। घाटों पर डंपिंग की गई बालू को यमुना नदी में जेसीबी से फेंकवा दिया गया तथा बालू घाट पर जाने वाले रास्ते को गड्ढा करा कर बंद करवा दिया गया। अहम और बड़ा सवाल छापामारी के बाद भी रोड पर अवैध बालू का अवैध परिवहन आसानी से देखा जा सकता है।कोर्ट और सरकार के आदेशों को धता बता कर निरंकुश होकर अवैध खनन का काला कारोबार बखूबी चलाया जा रहा है। वहीं क्षेत्रीय जनों का कहना है कि अवैध बालू खनन का कारोबार पुलिसिया परमिट पर हो रहा है। उच्च अधिकारियों के छापामारी के बाद भी रात के अंधेरे में अवैध खनन माफियाओं के द्वारा यमुना नदी के सीने को छलनी करना आम बात हो गई है। जो जिम्मेदारों की मिलीभगत की भूमिका पर सवालिया निशान खड़ा करता है। लोगों का सवाल है कि क्या प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत है इस अवैध खनन में? यह सवाल अब जांच का विषय बन गया है। मनपुरा घाट यमुना नदी में चल रहे अवैध बालू खनन की गतिविधियों को लेकर क्षेत्र में कई सवाल उठ रहे हैं। आखिर कौन है इस अवैध बालू खनन का असली जिम्मेदार?क्या खनन विभाग और क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन इस मामले में माफियाओं के आगे बेबस हो चुका है? या फिर कोई बड़ी कार्यवाही करने से कतरा रहें ? बहरहाल मामला जो भी हो वह अब जांच का विषय बन चुका है।


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