सवाई माधोपुर 6 जुलाई। भारत तिब्बत सहयोग मंच इकाई सवाई माधोपुर द्वारा तिब्बती धर्मगुरु परम पावन दलाई लामा के जन्मदिन के अवसर पर मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दिया गया।
इस अवसर पर भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय महामंत्री डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी ने कहा कि 1959 में तिब्बत पर चीन के आधिपत्य के समय से ही तिब्बती अपनी आजादी हेतु संघर्षरत हैं। यह विषय भारत की सुरक्षा से भी जुड़ा होने के कारण हम भारतीयों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारे आराध्य देव भगवान शंकर के निवास स्थान कैलाश मानसरोवर पर भी चीन का आधिपत्य है। तिब्बत और कैलाश मानसरोवर को चीन से मुक्त कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश कुमार, तत्कालीन सरसंघचालक के. सी. सुदर्शन तथा तिब्बती धर्मगुरु परम पावन दलाई लामा के नेतृत्व में पांच मई 1999 को धर्मशाला में भारत तिब्बत सहयोग मंच की स्थापना की गयी। पूरे भारत में मंच की विभिन्न इकाईयाँ तथा इसके कार्यकर्त्ता तिब्बत और कैलाश मानसरोवर को चीन से मुक्त कराने के उद्देश्य से निरंतर संघर्षरत हैं और इनकी चीन से मुक्ति तक निरंतर संघर्षरत रहेंगे।
भारत तिब्बत सहयोग मंच के जिलाध्यक्ष लाल चंद गौत्तम ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, प्रांतीय महामंत्री डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष लाल चंद गौत्तम, संगठन मंत्री विजेंद्र सिंह राजावत, युवा विभाग जिलाध्यक्ष नवीन शर्मा, ज्ञानेंद्र शर्मा, हरि शंकर सुवालका, भुवनेश शर्मा, सुमित सैनी तथा बलराज मीणा सहित अनेक कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।