सरकारी धन का हो रहा है दुरुपयोग भौतिक परीक्षण में खुली विकास कार्यों की पोल
प्रयागराज।विकास कार्य करवाने की जिम्मेदारी जिस तीसरी सरकार के मातहतों को सौंपी गई उसमें से कुछ मातहतों द्वारा विकास कार्य करने में घोर लापरवाही बरती गई है। ग्राम पंचायत को करोड़ों रुपए विकास कार्य के लिए दिए गए करोड़ों खर्च होने के बावजूद भी जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ में ग्राम पंचायत जनवा मजरा अभयपुर छिपिया बदहाल है। सूबे कि सरकार द्वारा तीसरी सरकार की प्रासंगिकता पर प्रश्न चिन्ह कहीं ना कहीं लगता दिख रहा है यही वजह है कि विकास कार्य आधा अधूरा है। इसका रियलिटी चेक जब मीडिया टीम के द्वारा की गई तो जमीनी हकीकत कुछ अलग बयां कर रही है। ग्रामीणों के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गरीब आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर पन्नी छप्पर में जिंदगी गुजारने को मजबूर है। बताया गया कि हम लोग आवास और शौचालय के लिए ग्राम प्रधान की गणेश परिक्रमा करके थक गए मगर उनके सिर पर जू तक नहीं रेंगती यहां तक कि महिला ग्राम प्रधान मीना देवी कभी भी हम लोगों की चौखट तक नहीं आती। चुनाव के दौरान जनता को अपने पक्ष में वोट देने के लिए अनेक लुभावने वादे किए गए हर हथकंडे अपनाए गए विकास के सपने दिखाए गए लच्छेदार ऐसी बातें की गई कि लगता है बस चुनाव जीतने की देरी है जीतते ही सारी समस्याओं का निदान हो जाएगा लेकिन हर गरीब को मूलभूत सुविधाएं देने के वादे कोरे साबित हो रहे हैं। जबकि अमीर और धन्ना सेठ रसूखदार जमकर मजे लूट रहे हैं। गरीब आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर जीवन जीने को मजबूर है। आगे ग्रामीणों ने कहा कि यह तो गिने-चुने नमूने है और बहुत सी योजनाएं हैं जिनका पोल खोलना अभी बाकी है। साहब भ्रष्टाचार के नींव पर खड़ा है ग्राम पंचायत का विकास सचिव और प्रधान मिलकर भ्रष्टाचार की गंगोत्री में डुबकी लगा रहे हैं। प्रधान और सचिव अपना सर्वांगीण विकास करने में जुटे हुए हैं। महिला प्रधान सुषमा देवी नाम मात्र की प्रधान हैं उनका सारा प्रधानी का कारोबार प्रधान पति कृष्ण कुमार देखते हैं जबकि वह स्वयं ग्राम पंचायत के रोजगार सेवक हैं।अब देखने वाली बात यह होगी कि ग्रामीणों द्वारा प्रधान और सचिव पर लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच करवा कर सक्षम अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही की जाती है या फिर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा या प्रधान और सचिव द्वारा सरकारी धन को गमन कर इसी तरह हेरा फेरी होती रहेगी।