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महाकुंभ से पहले गंगा का जलस्तर बढ़ाने की तैयारी, टिहरी बांध, नरौरा और कानपुर से

महाकुंभ से पहले गंगा का जलस्तर बढ़ाने की तैयारी, टिहरी बांध, नरौरा और कानपुर से

प्रयागराज महाकुंभ में दौरान गंगा में पानी उपलब्धता बनाए रखने के लिए टिहरी बांध से पानी छोड़ा जा रहा है इसी के साथ ही कानपुर और नरौरा की तरफ से भी पानी प्रयागराज की ओर भेजा जा रहा है। इससे गंगा का जलस्तर बढ़ेगा और महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को स्नान करने या डुबकी लगाने में समस्या नहीं होगी इसके लिए इंतजाम कर लिए गए हैं ये फरवरी तक किया जाना है जिससे की गांगा का जलस्तर बना रहे वहीं टिहरी पर बांध के द्वार खोल दिए गए हैं जिससे पानी प्रयागराज की ओर भेजा जा सके।जानकारी के अनुसार टिहरी बंध से रोजाना 2000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा इसके अलावा नरौरा और कानपुर से रोजाना 5000 क्यूसेक पानी प्रयागराज की तरफ भेजा जाएगा पानी छोड़ने का यह क्रम 26 फरवरी तक चलेगा वहीं कानपुर में केवल शहर में सप्लाई लायक पानी छोड़कर सारा पानी प्रयागराज की ओर भेजा जा रहा है सिंचाई विभाग को भी इसकी जानकारी दी गई है बताया जा रहा है कि ये पानी नरौरा से 10 दिन में प्रयागराज तक पहुंच पाएगा ऐसे में अभी भेजने से पानी जनवरी की शुरुआत तक प्रयागराज पहुंचेगा महाकुंभ के दौरान गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कानपुर डीएम राकेश सिंह ने गुरुवार को नवीन सभागार सरसैया घाट में बैठक की बैठक में उत्पाद तैयार करने में पानी का इस्तेमाल करने वाले कारखाने फैक्टरी ट्रेनरी के संचालकों को गंगा की सफाई में सहयोग देने को कहा गया डीएम ने कहा कि महाकुंभ के पावन अवसर पर गंगा की सफाई पर खास जोर है प्रशासनिक स्तर पर हो रहे प्रयासों को पूरा करने के लिए उद्यमियों का सहयोग बेहद जरूरी है डीएम ने कहा कि प्रमुख स्नान पर्वो के दौरान गंगा में उत्प्रवाह प्रवाहित करने वाले उद्योगों को अलग अलग तिथि पर 21 दिन तक बंद रखा जाएगा जिलाधिकारी ने साफ कहा कि पहले चार स्नान पर्व पर चार-चार व पांचवें स्नान पर्व में पांच दिन उद्योगों से किसी भी स्थिति में पानी की निकासी नाले में नहीं जाएगी इसकी निगरानी के लिए पर्यावरण प्रशासन समेत अलग-अलग विभागों की नौ टीमें गठित की गई हैं चेतावनी दी कि अगर पांबंदी के बावजूद पानी का इस्तेमाल मिला तो बड़ा जुर्माना वसूला जाएगा।


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