आठ योजनाओं के लाभ की गारंटी पाकर राज्य सरकार के गुण गाते नहीं थका रामदयाल
सवाई माधोपुर, 6 मई। राज्य सरकार के निर्देशानुसार “महंगाई राहत कैंप” एवं प्रशासन गांवों/शहरों के संग अभियान शिविरों का आयोजन 24 अप्रैल से निरन्तर किया जा रहा है। ये शिविर जिले के कई लाभार्थियों के लिए राहत भरे साबित हो रहे है। इन कैंपों में कई लाभार्थियों ने एक-दो योजनाओं के मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड लिए तो कई परिवार ऐसे भी रहे जिन्होंने एक साथ राज्य सरकार की 10 प्रमुख योजनाओं में से 8-8 योजनाओं के मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड प्राप्त किए।
ऐसा ही एक वाकया सवाई माधोपुर जिले के उपखण्ड चौथ का बरवाड़ा की ग्राम पंचायत आदलवाड़ा में लगाए गए महंगाई राहत कैंप में नज़र आया जहां पर आदलवाड़ा कला गांव निवासी रामदयाल एवं उसके परिवार को एक साथ 8 योजनाओं की पात्रता होने पर मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड सौंपा गया।
लाभार्थी रामदयाल मीना पशुपालन व मजदूरी करके बहुत मुश्किल से अपने परिवार का पालनपोषण करता है। उसे उसके पड़ौसियों ने बताया कि अपने गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में महंगाई राहत कैंप लग रहा है। कैंप में राजस्थान सरकार की प्रमुख जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनाधार कार्ड के माध्यम से पंजीकरण करवाने के पश्चात पात्रता साबित होने पर हाथों-हाथ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के हस्ताक्षरसुदा मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड दिए जा रहे हैं। जानकारी मिलने के बाद रामदयाल मीना तुरन्त ही अपना जनाधार कार्ड लेकर महंगाई राहत कैंप में पहुंचा। कैंप में पंजीकरण करवाने के पश्चात रामदयाल मीना व उसका परिवार सरकार की 8 प्रमुख योजनाओं इन्दिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना, अन्नपूर्णा फूड पैकेट, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क 100 यूनिट बिजली, मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनाओं का पात्र साबित हुआ।
“महंगाई राहत कैंपों” का निरीक्षण करने आये जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला ने लाभार्थी रामदयाल मीना को कैंप हाथों-हाथ एक साथ आठों योजनाओं के लेबल लगे मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड सौंपे। एक साथ इतनी सारी योजनाओं का लाभ की गारंटी कार्ड पाकर रामदयाल मीना निहाल हो गया हो और वह कैंप में राज्य सरकार के गुण गाते नहीं थक रहा था और वह प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देता हुए अपने घर गया।