कौंधियारा थाना बना दलालों का अड्डा जबरिया पुलिस करती है बर्बरता-बीडीसी मनोज सिंह
प्रयागराज। कौंधियारा थाना इन दिनों दलालों का अड्डा बन गया है यहां हर कार्यवाही इनके इशारों पर होती है इतना ही नहीं हर वक्त थाना परिसर में इन दलालों द्वारा मामला अधिकारियों को ट्वीट करने व जल्द से मुकदमा दर्ज कराने के नाम पर शिकायतकर्ताओं से अच्छी खासी रकम भी वसूल की जाती है। मजे की बात यह है कि इनके ट्वीट के झांसे में आकर दलाली को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो रहा है। जहां एक और शासन व प्रशासन भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए हर तरफ सीधे संवाद को बढ़ावा देने में जुटी है वही कौंधियारा पुलिस को पीड़ित व शिकायतकर्ता से सीधे रूबरू होने में पसीने छूट रहे हैं, इसका मुख्य कारण थाना परिसर में हर वक्त घूमते रहने वाले कुछ पुलिस के दलाल सुबह से शाम तक वहीं जमे रहते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य अपना दल के सक्रिय कार्यकर्ता मनोज कुमार सिंह पुत्र दिनेश सिंह निवासी ग्राम देवरा के साथ स्थानीय पुलिस ने बिना पूर्व सूचना के पकड़कर थाने चलने की बात कह रास्ते में बीस हजार रुपए की मांग करते हुए कहा गया कि अगर मुकदमे से बचना चाहते हो तो उपरोक्त रकम मुहैया कराओ मामला यहीं रफा-दफा कर दिया जाएगा। पीड़ित ने बताया कि गांव के ही अश्वनी कुमार शुक्ला ने मेरे किराने की दुकान से 55 हजार रुपए का सौदा उधार लिया था जब मैंने पैसे की मांग किया तो पहले ही ला हवाली किया बाद में अकाउंट नंबर लेकर पैसे ट्रांसफर करने की बात कही गई लेकिन पैसा अकाउंट में ट्रांसफर नहीं कर के उलटे फर्जी लेनदेन की रसीद मुझे पकड़ा दिया गया कौंधियारा पुलिस की सांठगांठ से सिपाही द्वारा मुझसे बीस हजार रुपए लिया गया इतना ही नहीं जबरिया समझौता पत्र लिखवा कर क़िस्त के रूप में प्रतिमाह दस हजार रुपए कि दर से 4 माह अश्वनी कुमार शुक्ला को देना होगा। जबकि पीड़ित का आरोप है कि बिना सच्चाई व सबूत के स्थानीय पुलिस बेवजह मुझे परेशान करने पर तुली है।
राजदेव द्विवेदी