हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मन्दिर भीलवाड़ा के संस्थापक बाबा शेवाराम साहेब का 2 दिवसीय 107 वाँ प्राकट्य उत्सव
प्रथम दिन 27/10/23 शुक्रवार को श्री रामायण का अखंड पाठ प्रारंभ, हुई धर्म ध्वजा साहब की स्थापना
भीलवाड़ा। हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा में पूज्य बाबा शेवाराम साहिब जी के 107 वां वार्षिक प्राकट्य उत्सव का 2 दिवसीय आयोजन के तहत प्रथम दिन 27/10/23 शुक्रवार को श्री रामायण पाठ का प्रारम्भ हुआ, तत्पश्चात् संतों महात्माओं के सत्संग प्रवचन आरती व अरदास हुई। संतों महात्माओ का भंडारा हुआ। अन्न क्षेत्र की सेवा भी हुई। वैदिक मंत्रोचार के साथ हुई हवन पूजन में बाहर से आए श्रद्धालुओं एवं संतों महात्माओं ने आहुतियां दी। साँयकाल 5:00 बजे विधिवत परंपरा अनुसार पूजन पश्चात धर्म ध्वजा साहब की स्थापना हुई। संतों महात्माओं के सान्निध्य में श्रद्धालुओं ने सम्मिलित होकर पूजन किया। परंपरागत भजन गाये गए एवं बैंड की धुन पर श्रद्धालुगण झूम उठे। संध्या क़ालीन सत्र में संतों के सत्संग प्रवचन आरती अरदास होकर श्रद्धालुओं ने सतगुरूओ की समाधियों, धूणा साहब पर शीश नवाया। इससे पूर्व नगर बस्तियों में अन्न क्षेत्र की सेवा भी की गई। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के सानिध्य में संत मयाराम, संत राजाराम, संत गोविंदराम एवं ब्रह्मचारी संत मंडली ने बाबा जी का गुणगान किया। इस अवसर पर अजमेर के श्री ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास, पुष्कर के श्री शांतानंद उदासीन के महंत हनुमान राम, इंदौर से महंत स्वामी मोहनदास जी व संत संतराम (चंदन) व अनेक निर्वाण संतों महात्माओ का भी दर्शन लाभ प्राप्त हुआ। संत मयाराम ने बताया कि 28.10.2023 शनिवार शरद पूर्णिमा बाबा जी के प्राकट्य उत्सव के दिन प्रातः 5 से 6 बजे तक समाधि साहब पर मौन प्रार्थना के रूप में नाम-स्मरण होगा। प्रातः 7 बजे से हवन, पूजन वंदन आरती होगी। प्रातः 9 बजे से सत्संग, श्री रामायण पाठ का भोग साहब, बाबा जी के 107वें प्राकट्य उत्सव के उपलक्ष में लड्डू महाप्रसाद का भोग, 11.30 बजे अरदास-प्रार्थना होगी। तत्पश्चात् अपरान्ह 12.15 बजे से 2.30 बजे तक संतो-महात्माओं, विप्रजनो का भण्डारा एवं आम भण्डारा होगा। अन्नापूर्णा रथ के द्वारा नगर बस्तियों में प्रसाद (अन्न क्षेत्र) वितरण होगा।शनिवार को खण्डग्रास चन्द्रग्रहण होने के कारण सूतक समय सांय 4.05 बजे से प्रारम्भ होगा, एवं मंदिर के पट बंद रहेगें, तदनुरूप उक्तानुसार कार्यक्रम दोपहर 2.30 बजे तक ही रहेगें। स्वामी जी ने सभी भक्तगणों को दर्शन-प्रवचन का लाभ प्राप्त कर एवं सेवा-सुमिरन कर जीवन सफल बनाने को कहा।