वार्ड एवं गांव स्तर पर खुलेंगे 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र

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वार्ड एवं गांव स्तर पर खुलेंगे 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र

सवाई माधोपुर, 18 अगस्त। शांति एवं अहिंसा विभाग राजस्थान जयपुर के तत्वावधान में निदेशक मनीष शर्मा के मुख्य आतिथ्य में प्रदेश स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को उत्सव मैरिज गार्डन में हुआ।
कार्यक्रम को शुभारंभ जिला प्रमुख सुदामा मीना, शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विनोद जैन, अतिरिक्त जिला कलक्टर जितेन्द्र सिंह नरूका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, नगर परिषद् सभापति राजबाई बैरवा, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक सुग्रीव मीना, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद बंसल, विकास अधिकारी समय सिंह मीणा सहित अन्य अतिथियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इसके पश्चात अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा स्काउट गाइड, सर्वधर्म वेदी पर दीप प्रज्वलन कर सर्वधर्म प्रार्थना का शुभारंभ किया गया। सर्वधर्म प्रार्थना भारत स्काउट एण्ड गाइड टीम एवं विद्यार्थियों द्वारा गायी गई।
शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक ने कहा कि शांति और अहिंसा हर प्रशासन की आवश्यकता है, शांति होगी तभी वे जनता की सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सेवा कर पाएंगे अन्यथा प्रशासन का सम्पूर्ण समय कानून व्यवस्था में ही व्यतीत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की महिला सशक्तिकरण की रचनात्मक कार्यक्रम का परिलक्ष्य भारतीय संविधान में दिए गए महिलाओं को वोट के अधिकार से होती है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे साम्प्रदाय व जाति के आधार पर न बंटे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने राजा हरीशचन्द्र नाटक से बचपन में सत्य की महत्ता, वहीं श्रवण कुमार के नाटक से सेवा की महत्ता जानी। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा से भारत को आजादी दिलाई। वहीं अछूत असहायों की सेवा भी की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को राजस्थान का गांधी बताते हुए उनके द्वारा प्रदेश की जनता के हित में लागू की गई एतिहासिक, लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आमजन को अवगत कराने का आह्वान प्रतिभागियों से किया। उन्होंने कहा कि ओपीएस एवं स्वास्थ्य का अधिकार लागू करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार वार्ड एवं गांव स्तर पर 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र खोलने जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बने शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ में 30 गांधी मित्रों को उपखण्ड स्तर पर 25, नगर परिषद एवं नगर पालिका स्तर पर 15 तथा ग्राम स्तर पर 5-5 गांधी मित्रों को प्रकोष्ठों में लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही गांधी मित्रों की एतिहासिक रैली भी जयपुर में आयोजित की जाएगी।
शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विनोद जैन ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से प्रदेश में कौमी एकता एवं भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने गांधीवादी नेता श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश में लागू की गई सभी लोक कल्याणकारी योजनाओं का आमजन में व्यापक प्रचार-प्रसार करने अपील भी की। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम में सभी जिलों से करीब 1500 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

फोटो कैप्शन : सांस्कृति प्रस्तुतियां देती छात्राएं
फोटो कैप्शन : सांस्कृति प्रस्तुतियां देती छात्राएं

इस दौरान गांधीवादी वक्ता धर्मवीर कटेवा ने कहा कि शक्ति-भक्ति की धरती राजस्थान में शांति व अहिंसा विभाग की स्थापना कर गांधीवादी नेता माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने एतिहासिक कार्य किया है। इसके माध्यम से न सिर्फ गांधी दर्शन एवं गांधी के विचारों को आमजन तक पहुंचाया जाएगा बल्कि राज्य में अमन-चैन भी कायम रहेगा।
गांधीवादी वक्ता सवाईसिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत की आजादी के आन्दोलन के दौरान भी 19 रचनात्मक कार्यक्रम संचालित किए जिसमें कौमी एकता अत्यन्त महत्वपूर्ण है। क्योंकि गांधीजी का मानना था कि जब तक देश में कौमी एकता कायम नहीं होगी तब तक राष्ट्र का निर्माण नहीं हो सकता।
करौली के संयोजक प्रेम सिंह माली ने कहा कि गांधी आदर्शो पर चलकर देश को अखण्ड रख सकते है। अलवर के जिला संयोजक हिमांशु शर्मा ने कहा कि साम्प्रदायिकता से लड़ने में आज भी गांधी के विचार प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने शांति एवं अहिंसा विभाग खोलकर पूरे भारत में एक मिसाल पेश की है। दौसा के जिला संयोजक राजेश उदाला, अलवर के सहसंयोजक इस्माइल खान आदि भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
डॉ. आरती रानी भदौरिया ने कौमी एकता एवं धर्म गांधी दर्शन के परिपेक्ष्य में बोलते हुए कहा कि गांधी जी का दर्शन एवं धर्म संकीर्ण मानसिकता से परय हैं यह तो सत्य और प्रेम पर आधारित है।
व्याख्याता प्रेम कुमार सोनवाल ने कहा कि गांधी जी का मानना था कि सत्य मेरा भगवान है और अहिंसा उसे पाने का साधन है। पर,
व्याख्याता पारस जैन ने जैन दर्शन, जुगराज बैरवा ने बौद्धदर्शन, सेन्ट ऐन्सलम विद्यालय की उप प्राचार्य ने ईसाई दर्शन तथा राजेश कुमार मीना, विजय सिंह मावई, धर्मेन्द्र कुमार मीणा, प्रेम कुमार सोनवाल ईन्साफ अली ने गांधी दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए। केएल बडोदिया ने मेडिटेसन करवाया। धन्यवाद ज्ञापित सहसंयोजक संतोष स्वामी द्वारा किया गया।
इस दौरान मॉन्टेसरी पब्लिक स्कूल, स्टेप बाई स्टेप स्कूल, राउमावि आलनपुर, सेलम स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा दी गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को प्रतिभागियों द्वारा मुक्तकंठ से सराहा गया। मंच संचालन गीता जैलिया व संतोष स्वामी द्वारा किया गया।
इस दौरान सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय सवाई माधोपुर द्वारा गांधी साहित्य दर्शन प्रदर्शनी एवं जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र द्वारा खादी वस्त्र प्रदर्शनी भी लगाई गई।


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