20 साल बाद रामस्वरूप बना रामसहाय
सवाई माधोपुर, 8 मई। महंगाई राहत कैंप एवं प्रशासन गांवों के संग शिविर लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। ऐसा ही अजीबोगरीब मामला ग्राम पंचायत मुख्यालय सिंगोर कला में सोमवार को आयोजित शिविर में देखने को मिला।
यहां सेवती कला ग्राम के कृषक रामसहाय जो पिछले 20 वर्षों से राजस्व जमाबंदी में अपनी खातेदारी भूमि में अपना नाम सही करवाने के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा था। परन्तु उसकी तमाम कोशिशों के बावजूद अपने नाम का शुद्धिकरण जमाबंदी में नहीं करवा पा रहा था और वह निराश होकर घर पर बैठ गया था। नाम शुद्धिकरण न होने के कारण वह सरकार की कृषक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने से भी वंचित था। लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि सरकार प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत उनकी ग्राम पंचायत में शिविर लगा रही है तो उसने तत्काल शिविर में पहुंचकर राजस्व अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत कराया।
इस पर उपखण्ड अधिकारी खण्डार बंशीधर योगी ने उससे रामसहाय से संबंधित आवश्यक दस्तावेज प्रार्थना पत्र के साथ मांगे जो उसने तत्काल उपखण्ड अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर दिए।
तथ्य एवं दस्तावेज सही पाये जाने पर उपखण्ड अधिकारी ने रिकॉर्ड में संशोधन कर पीड़ित का सही नाम रामसहाय दर्ज करवाया। जमाबंदी में सही नाम दर्ज होने पर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उसने प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर लगवाने पर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को आभार जताया।