शिक्षा न केवल ज्ञान का स्त्रौत हैं बल्कि समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं: प्राचार्या मधु नागपाल
भीलवाड़ा।संगम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दो दिवसीय 20वां वार्षिकोत्सव का अंतिम दिन साहस, सूझबूझ़ गीता उपदेश, मानवता व प्रौद्योगिकी के सामंजस्य और पारितोषिक वितरण के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भीलवाड़ा विधायक श्रीमान अशोक जी कोठारी व विशिष्ट अतिथियों के साथ संगम ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के वॉयस चेयरमेन एस एन मोदानी, मेनेजिंग डारेक्टर ऑफ संगम स्कूल श्रीमति ममता मोदानी, मैनेजिंग डारेक्टर अनुराग सोनी और कृपि सोनी, चीफ बिजनिस मेनेजमेंट प्रनल मोदानी, एक्जीक्युटिव डारेक्टर वी के सोडानी, मेनेजिंग डारेक्टर ऑफ सोनी हॉस्पिटल श्रीमति अर्चना सोडानी तथा स्कूल की प्राचार्या सुश्री मधु नागपाल ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिसमें सर्वप्रथम ‘‘शक्ति की लय’’ आर्केस्ट्रा प्रस्तुत किया गया जिसकी प्रेरक धुनों के माध्यम से नारी की असीमित शक्ति और साहस को दर्शाया गया जिसने दर्शकों की खूब सराहना बटोरी। नृत्य नाटिका ‘‘चाचा चौधरी एवं बेताल’’ के माध्यम से किंवदंतियों की पुर्नकल्पना को यथार्थ के रूप में अभिनय के माध्यम से शक्तिशाली बेताल से लड़ने वाले चाचा चौधरी और साबू के साहसिक कारनामों को जीवंत करते हुए ऊर्जावान नृत्यों और मनमोहक कहानियों द्वारा बुराई पर अच्छाई की जीत को प्रस्तुत किया। ‘‘भगवद् गीता’’: दिव्यता की ओर कार्यक्रम के अन्तर्गत आधुनिक ए.आई., इन्टरनेट और भगवद् गीता के द्वारा अतीत और वर्तमान में आत्मज्ञान, जीवन संतुलन और सिद्धान्तों को अनेक कहानियों एवं नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शाया गया जो मानवता और प्रौद्योगिकी के बीच संतुलन एवं उज्जवल भविष्य की संभावनाओं का मार्गदर्शन करते है। प्राचार्या मधु नागपाल ने पिछले 20 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह सफर न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि चरित्र निर्माण में भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। शिक्षा न केवल ज्ञान का स्त्रौत हैं बल्कि यह समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं। हम एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी पूरी क्षमता तक पंहुचने के लिये सशक्त बनाता हैं। प्रत्येक गुजरते वर्ष के साथ हमने विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देने के लिए नवाचार, लचीलेपन और समर्पण की विरासत बनाई हैं। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों और विजेता अभिभावकों को सम्मानित किया गया, इस मौके पर विद्यालय की आगामी योजनाओं और विकास कार्यों की भी घोषणा की गई। यह वार्षिकोत्सव सभी के लिए यादगार बन गया और सभी ने विद्यालय की प्रगति और सफलता के लिए शुभकामनाएँ दीं।