तेरापंथ किशोर मंडल के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने 22 किशोर रवाना

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उदयपुर |तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में तेरापंथ किशोर मंडल उदयपुर के 22 सदस्य सूरत में आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में आयोजित होने जा रहे त्रिदीवसिय राष्ट्रीय अधिवेशन में हिस्सा लेने रवाना हुए

इस अवसर पर किशोरों ने महाप्रज्ञ् विहार में विराजित शासनश्री मुनि सुरेश कुमार आदि मुनिवृंद व तेरापंथ भवन में प्रवासीत साध्वी डॉ. परम यशा आदि साध्वीवृंद के दर्शन कर आशीर्वाद लिया

मण्डल प्रभारी अंकित रूनवाल ने बताया कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में किशोर राष्ट्रीय अधिवेशन में उदयपुर का प्रतिनिधित्व करेंगे
मण्डल संयोजक देवांश नाहर, सह संयोजक नमन सोनी, ध्येय जैन के साथ 20-22 जुलाई को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने जा रहे किशोरो को विदाई देने तेरापंथ सभा अध्यक्ष कमल नाहटा, मंत्री अभिषेक पोखरणा, तेयुप अध्यक्ष भूपेश ख़मेसरा, मंत्री साजन मांडोत, उपाध्यक्ष अशोक चोरडिया, महेंद्र बोहरा, सहमंत्री विनीत फुलफगर, गौरव लोढ़ा, संगठन मंत्री संजय सिंघवी,अभा ते यु प सदस्य अजीत छाजेड़ , संदीप हिंगड़,
परामर्शदाता मुकेश कच्छारा,राकेश नाहर, विनोद चंडालिया, हेमंत कोठारी सहित कई गणमान्य जन उपस्थित हुए l
मण्डल अधिवेशन से पुनः 23 को पुनः उदयपुर लौटेगा

आठ माह मनोरंजन में बीते, अब चार माह आत्म रंजन में निवेश हो- चाह‌मासिक चतुर्दशी पर मुनि सुरेश कुमार ने कहा-

चातु‌मासिक चतुर्दशी की अपनी महानता है, आज रात पक्खी प्रतिक्र‌मण के बाद चातुर्मास के एक सौ बीस दिनों के लिए एक स्थान पर प्रवास के लिए बंध जाते हैं। चातुर्मास आत्मा की आराधना, ज्ञान, दर्शन, चारित्र की साधना, और साधु-साधवियों की उपासना करने का स्वर्णिम अवसर है। आठ माह मनोरंजन में बीते मगर ये चार माह आत्म रंजन में खर्च हो यही चातुर्मास की सार्थकता है। यह बात आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार ने महाप्रज्ञ विहार में चात्‌मासिक चतुर्दशी पर तेरापंथ धर्मसंध का मर्यादा पत्र का वांचन करते हुए कही। उन्होने कहा- मुनि चार्तुमास में एक नगर निगम क्षेत्र को विशेष कारणो के सिवाय दुसरे क्षेत्र में नहीं जा सकते, चार्तु‌मास में वस्त्र नहीं ले सकते। उन्होने प्रतिक्रमण का महत्व बताते हुए कहा- प्रतिक्रमण आत्म शुद्धि की प्रक्रिया है। जो नियमित प्रतिक्रमण करते हैं। उसकी आत्मा के उत्थान की संभावनाओं के दरवाजे सहज खुल जाते हैं। मुनि प्रवर ने कहा – त्याग धर्म – भोग अधर्म है। हम स्वयं को मर्यादा में प्रतिष्ठित करें तो जीवन में धन्यता का अनुभव करेंगे। चार्तु‌मास सम्यक्त्व की सुरक्षा तंत्र को मजबुत बनाने का अवसर है। सम्यक्त्व मोक्ष का का सर्टिफिकेट है।

तेरापंथ स्थापना दिवस आज
तेयुप के तत्वावधान में लेंगे नौ वर्ष के बच्चे मंत्र दीक्षा

तेरापंथ धर्मसंध का स्थापना दिवस महाप्रज्ञ विहार में शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य व जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के मुख्य आतिथ्य में आज दिनांक 21 जुलाई को प्रात: 9:00 – 10:30 बजे समारोह पूर्वक मनाया जायेगा । कार्यक्रम में तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ समाज के नौ वर्ष के बच्चों को महामंत्र नवकार की दीक्षा मुनिप्रवर द्वारा दी जायेगी वही अणुव्रत समिति के नवीन कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित होगा।


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