भगवान महावीर के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की महती आवश्यकता
बामनवास |अहिंसा के अवतार युगदृष्टा और जैन धर्म के 24 वे तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2623 वां जन्म कल्याणक महोत्सव रविवार को उत्साह और उमंग एवं उल्लास के साथ मनाया गया l बामनवास ब्लॉक के सभी जैन मन्दिरों मे भगवान का मस्तकाभिषेक व अष्ट द्रव्यों से पूजा अर्चना की गई श्री वर्धमान दिगम्बर जैन मन्दिर पिपलाई में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान महावीर का जन्मभिषेक और विशेष पूजा विधान किया गया l जिस समय भगवान महावीर का अवतरण हुआ दुनिया में अहिंसा और अत्याचार का बोल बाला था l महावीर ने विषम परिस्थितियों में सच्चा मार्ग दुनिया को दिखलाया और प्राणी मात्र के सुख के लिए ” जिओ और जीने दो” का अमूल्य मंत्र दिया | भगवान महावीर के पांच सिद्दान्त सभी का जीवन बदलने वाले है अहिंसा,सत्य,अचौर्य,ब्रह्मचर्य अपरिग्रह |
इस अवसर पर श्री वर्धमान दिगम्बर जैन मन्दिर पिपलाई के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार जैन ने बताया की विश्ववंदनीय भगवान महावीर के जीवन एवं दर्शन का गहराई से अध्ययन करने पर हम पाते है कि वे किसी एक जाती या सम्प्रदाय के न होकर सम्पूर्ण मानव समाज के अमूल्य धरोहर है l वह सबके थे और सब उनके थे उन्हे केवल जैनो या जैन मन्दिरो तक सीमित करना उनके उद्दात एवं विराट व्यक्तित्व के प्रति अन्याय है वे जैन नही जिन थे l किसी का भी कल्याण जैन बनकर नही जिन बनकर ही हो सकता है |
इस अवसर पर सुनील कुमार जैन और मुकेश जैन ने बताया कि अलगावाद,साम्राज्यवाद,तानाशाही से विश्व मुक्त हो,इस हेतु भगवान महावीर द्वारा बताए मार्ग का अनुशरण करने में ही सबका कल्याण होगा l भगवान महावीर का जन्मकल्याणक महोत्सव मनाकर हम आज औपचारिकता ही पूरी कर रहे है आवश्कता है उनके द्वारा बताये मार्ग पर चलने की है l
इस अवसर पर राजस्थान समग्र जैन युवा परिषद् के अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन ने बताया जैन समुदाय के लिए गर्व करने का विषय की इस वर्ष हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भगवान महावीर स्वामी का 2550 वां निर्वाण महोत्सव मना रहे है आज भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक पर प्रधानमंत्री द्वारा निर्वाण भूमि पावापुरी का 100 रूपये का सिक्का एवं स्मारक टिकट का लोकार्पण किया और भगवान महावीर वाणी संग्रह कृति एवं आचार्य विद्यानंद स्वामी की 100 वी जन्म जयंती का लोगों जारी कर इस अवसर को यादगार बना दिया है l हम इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए उनको धन्यवाद ज्ञापित करते है l
इस अवसर पर आशीष जैन, अभिनन्दन जैन,अक्षत जैन,सुमन लता जैन,आशा जैन,राजुल जैन,रजनी जैन,सपना जैन,एकता जैन,मेघा जैन आदि कई श्रावक – श्राविकाए उपस्थित थे |