हिन्दुस्तान जिंक की माइंस को असाधारण सस्टेनेबिलिटी और एनर्जी कन्जर्वेशन प्रथाओं के लिए विभिन्न श्रेणियों के तहत 26 पुरस्कार
भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) भारतीय खान ब्यूरो के निर्देशन अनुसार अजमेर में हिन्दुस्तान जिं़क की कायड़ माइन द्वारा आयोजित 35वें खान पर्यावरण और खनिज संरक्षण सप्ताह का समापन पुरस्कार समारोह के साथ सफलतापूर्वक आयोजित हुआ। पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने, ऊर्जा और खनिज संरक्षण में सर्वाेत्तम प्रथाओं का प्रदर्शन और खनन में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस वार्षिक समारोह में खनन क्षेत्र के प्रमुख हितधारक शामिल थे। समारोह में मुख्य अतिथि मुख्य खान नियंत्रक (एमडीआर) और आईबीएम के महानियंत्रक (प्रभारी) पीयूष नारायण शर्मा, आईबीएम के मुख्य खान नियंत्रक (एमईएस) पंकज कुलश्रेष्ठ, आईबीएम के क्षेत्रीय खान नियंत्रक (उत्तरी क्षेत्र) अभय अग्रवाल, हिन्दुस्तान ज़िक के सीईओ अरुण मिश्रा थे। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिं़क के सीओओ एवं 35वें एमईएमसीडब्ल्यू के अध्यक्ष किशोर एस, आरकॉम एवं एमईएमसीडब्ल्यू के संरक्षक चंद्रेश बोहरा और कायड़ खान के एसबीयू निदेशक और कार्यक्रम के संयोजक निर्मलेंदु कुमार एवं रामपुरा आगुचा खान और कायड़ क्लस्टर के आईबीयू सीईओ राम मुरारी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण समारोह के साथ हुई, इसके उपरान्त अतिथियों ने हिन्दुस्तान जिं़क, सैंडविक, नॉर्मेट और अन्य प्रतिभागियों द्वारा टेक्नोलॉजी शोकेस का उद्घाटन किया। मुख्य आकर्षण हिन्दुस्तान जिं़क का स्टॉल था, जहां अतिथियों को गणमान्य व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार के इमर्सिव वीआर अनुभव जिसमें ऑपरेटर प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जाने वाला लोडर ऑपरेशंस वीआर सिम्युलेटर, खनन कार्यों का इमर्सिव वॉकथू्र सम्मिलित थे। स्टॉल में स्पेशल हाई ग्रेड जिंक, इकोजेन – एशिया का पहला कम कार्बन ग्रीन जिंक, हिन्दुस्तान जिंक डाई कास्टिंग अलॉय और लीड के उत्पाद भी प्रदर्शित किये गए। इसके खान पर्यावरण और खनिज संरक्षण में श्रेष्ठ कार्य हेतु पुरस्कार वितरण समारोह हुआ। हिंदुस्तान जिंक की इकाइयों कायड़ माइन, रामपुरा आगुचा माइन, और बारोई माइन ने श्रेष्ठ तीन स्थान हासिल किए, हिन्दुस्तान जिं़क को खनन कार्यों के लिए सामूहिक रूप से विभिन्न श्रेणियों में 26 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। ये पुरस्कार रिक्लेमेशन एण्ड रिहेबिलेशन, वॉटर स्टीवर्डशीप, एफोरसेशन, सीस्टमेटिक एण्ड साइंटेफिक डेवलपमेंट, एनवायरन्मेंटल मॉनिटरिंग, मिनरल कंजर्वेशन, वेस्ट मैनेजमेंट, मिनरल बेनिफिसियेशन, सस्टेनेबल डेवलपमेंट एवं एनर्जी कन्जर्वेशन के लिए किये गये प्रयासों के लिए दिये गए। भारतीय खान ब्यूरो के तत्वावधान में, 35वें एमईएमसी सप्ताह का सफलतापूर्वक समापन हुआ, जिसमें सस्टेनेबल और साइंटेफिक माइनिंग प्रेक्टिस में उत्कृष्टता से कार्य करने के प्रण को दोहराया गया। एक जिम्मेदार मेजबान के रूप में, हिन्दुस्तान जिं़क ने अपने संचालन में एडवांस टेलिंग मैनेजमेंट सिस्टम, प्रोग्रेसिव एफोरसेशन, बायोडायवर्सिटी एन्हांसमेंट और संचालन में सर्कूलर वॉटर के उपयोग को एम्बेड कर सस्टेनेबिलिटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का उदाहरण दिया है। इसके अलावा, जलवायु कार्य योजनाओं, डीकार्बाेनाइजेशन रणनीतियों और परिपत्र अर्थव्यवस्था दृष्टिकोण को अपनाने के माध्यम से, हिन्दुस्तान जिंक उद्योग के मानक स्थापित करना जारी रखता है और खनन क्षेत्र के भीतर जिम्मेदार विकास का मार्ग प्रशस्त करता है।