चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है
कुशलगढ़|प्रति शनिवार को आयोजित होने वाला मानस मंडल सेवा संस्थान सागवाडा का 729 वा संगीतमय सुंदरकांड पाठ व भजन संध्या का आयोजन घोटाद गांव में हुआ । यजमान देवेंद्र भट्ट ने रामजी व नटवरलाल भट्ट ने हनुमानजी की प्रतिमा पर तिलक लगाकर पुष्प माला पहनाकर पूजा अर्चना करने के बाद जितेन्द्र सुथार ने गणपति पूजन व भरत भट्ट ने सरस्वती वंदना करने के तत्पश्चात राष्ट्र देवो भवः की भावना को सर्वोपरि मानते हुए सभी उपस्थित श्रद्धालुओ ने राष्ट्रगान करने के पश्चात सुंदरकांड पाठ की चौपाइयों का गान जितेन्द्र कलाल व राजेंद्र पंचाल द्वारा की गईं। नकुल गोगरोत व हेमराज जोशी ने यजमान परिवार को मंडल की ओर से माल्यार्पण व उपरना पहनाकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी भूपेंद्र भट्ट ने मां मेरी मा से मिला दे मुझे ममता का वास्ता है तुझे……. व चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है……….मंडल अध्यक्ष किशोर भावसार ने किसका घुमान करे कुछ नई तेरा इस जग में …….. चेतन गोगरोत ने पुण्य की गठरी खाली पाप की गठरी भर ली….. जुगलकिशोर ने कहत सुनत आवे अंखियों में पानी राम कहानी….. नकुल गोगरोत ने क्यों करते हो तेरा मेरा अंत समय तो संग कुछ ना जाएगा………प्रीतम पंचाल ने भक्त खडे तेरे द्वार दर्शन पाने के लिए …… सुरेश चंद्र भट्ट ने मोहन आवो तो सरी मीरा बाई एकली खड़ी……….सहित कई मधुर भजनों पर व चिराग गुप्ता के ऑर्गन के मधुर स्वर लहरियों के साथ विनायक पंचाल के द्वारा ढोलक की थाप पर उपस्थित श्रद्धालु झूम उठे। विभिन्न वाद्ययन्त्रों पर भावेश खींची,उत्तम पंचाल, हेमंत भट्ट, कर्मवीर सिंह ने संगत दी। हनुमान चालीसा का पाठ नरेश भट्ट शिवलहरी द्वारा करने के पश्चात आरती यजमान परिवार द्वारा उतारी गई। उद्योगपति व झील हॉस्पिटल के निदेशक भूपेंद्र भट्ट ने मंडल का आभार व सराहना करते हुए कहा कि मंडल का कार्यक्रम पिछले 15 वर्षों से सुनते आ रहा हु मैंने देश के कई राज्यों में जाकर सुंदरकांड का पाठ सुना है पर मानस मंडल के द्वारा सुंदरकांड के पाठ को सुनने में बहुत आनंद की अनुभूति के साथ ही उस पल में ऐसा लगता है जैसे कि हनुमान जी के सानिध्य में हो। साथ ही जून के माह में मुंबई में उनके आवास पर सुंदरकांड पाठ के लिए निमंत्रण दिया। इस अवसर पर डाया लाल सेवक,भवानीशंकर लो वो त,प्रदीप भट्ट,पुरुषोत्तम ,नंदलाल,वासुदेव जोशी,मोहनलाल,दुर्गाशंकर, विकास भाटिया,सुरेश पटीदार,कन्हैयालाल, सहित गामड़ा,खड़गदा,हड़माला व आसपास क्षेत्र के कई धर्मप्रेमी उपस्थित रहे।