शिवाड़ 8 सितम्बर। बनास नदी देवली डीडायच रपटे पर लगभग 8 से 10 फिट पानी का तेज़ बहाव के चलते जिला मुख्यालय एवं तहसील क्षेत्र के कई गांवों का पांच पंचायत शिवाड़, सारसोप, ईसरदा, महापुरा, टापुर सहित आधा दर्जन गांव ढाणियों से 40 दिनो से संपर्क कटा हुआ है।
लोगों का कहना है कि बनास नदी में रपट कार्य के लिए 7 वर्ष पूर्व 6 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। लेकिन विभागीय अदूरदर्शिता के चलते इसका लाभ बारिश के समय नही मिल पा रहा है। इसके कारण बनास नदी में पानी की आवक के साथ ही रास्ता बंद हो जाता है। यदि 6 करोड रुपए की लागत से बनाई गई रपट की ऊंचाई बढ़ाने के साथ नीचे पानी की निकासी के लिए सही इंतजाम होते तो आज हजारों क्षेत्र वासियों के साथ श्रद्धालु पैदल यात्रियों को इस तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। साथ ही बहकर लोगों के मरने की घटना भी नहीं होती।
पिछले एक महीने से लगातार बारिश के चलते पानी की आवक अधिक होने करण शिवाड़ से चौथ का बरवाड़ा जिला मुख्यालय आने-जाने का सड़क मार्ग बन्द पड़ा है परंतु आने-जाने एवं नहाने वाले व्यक्ति अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
ग्रामीण लोकेंद्र सिंह, बेनी माधव, जगदीश प्रसाद सोनी ने बताया कि जिला मुख्यालय सवाई माधोपुर और तहसील चौथ का बरवाड़ा से जहाँ डेढ़ दर्जन गांव ढाणियों का संपर्क 40 दिनो से कटा हुआ है। रविवार को पानी की आवक को देखते हुए प्रशासन ने कर्मचारी तैनात कर दिए हैं। थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह के अनुसार पुलिस कर्मी लोगों को भी लगातार पानी से दूर रहकर सतर्कता भरतने के लिए कह रहे हैं।