आयुर्वेदिक उपचार कैंसर सहित कई बीमारियों में भी प्रभावी साबित: हंसराज चौधरी
शाहपुरा|महाराष्ट्र के आकोला में आकोला जिला प्रिंटर्स एसोसिएशन और प्रमिलाताई ओक लाइब्रेरी की एक संयुक्त पहल के तहत श्री नवग्रह आश्रम मोती बोर का खेड़ा के तत्वाधान में स्थानीय ओक हॉल में विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए नि:शुल्क परामर्श एवं रोगी जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 800 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका परामर्श दिया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रोगियों को उनकी कैंसर सहित अन्य बीमारियों के बारे में जागरूक कर उन्हें उचित चिकित्सा परामर्श दिया गया.
इस शिविर में कैंसर, शुगर, थायराइड, किडनी रोग और अन्य विभिन्न बीमारियों से पीड़ित 838 रोगियों की नि:शुल्क जांच की गई।
इस शिविर का आयोजन श्री नवग्रह सेवा संस्थान आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष वैद्य हंसराज चौधरी के मार्गदर्शन में किया गया। वैद्य हंसराज चौधरी ने बताया कि उनका संस्थान अब तक लगभग 55,000 रोगियों को विभिन्न कैंसर सहित गंभीर बीमारियों से ठीक कर चुका है। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में महाराष्ट्र मुद्रण परिषद के अध्यक्ष बालासाहेब अम्बेकर उपस्थित थे। उनके साथ नवग्रह आश्रम, भीलवाड़ा के डॉ. धर्मेद्र कुमार चौधरी, डॉ. पंकज सैनी, और महावीर गुजर,आकोला के एडवोकेट डॉ. योगेश पाटिल मंच पर उपस्थित थे। प्रमिलाताई ओक लाइब्रेरी के अध्यक्ष मनमोहनजी तापड़िया, डॉ. सुनील बिहाडे, डॉ. प्रज्वल डंडाले, डॉ. शबाना, डॉ. ऐश्वर्या कलंब, डॉ. सुरभि दंदाले, सुबोध मुंडाडा, संतोष धरमकर, दत्ता पाटिल और आरिफ खान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत आकोला जिला प्रिंटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप गुरुखुड्डे ने प्रस्तावना से की। इसके बाद, पल्लवी डोंगरे ने कार्यक्रम का संचालन किया और राजेंद्र देशमुख ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
इस अवसर पर 91 वर्ष की उम्र में कैंसर को मात देने वाले बाउबलालजी गुरुखुड्डेड़े का विशेष रूप से अभिनंदन किया गया। साथ ही महकर के जयंत वानखड़े, आकोला के बाल कालने और उमरी क्षेत्र के जागरूक गुरुजी को मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया।इस आयोजन में रोगियों को नि:शुल्क जांच के साथ-साथ उचित परामर्श भी दिया गया।
डॉ. हंसराज चौधरी ने बताया कि आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से कैसे उन्होंने कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को ठीक किया है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आयुर्वेदिक उपचार न केवल कैंसर बल्कि मधुमेह, किडनी रोग और अन्य कई बीमारियों में भी प्रभावी साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद सभी बीमारियों पर काबू पाने में सक्षम है और इसके लिए सही मार्गदर्शन और इलाज आवश्यक है। शिविर के दौरान, कई रोगियों और उनके परिजनों ने वैद्य हंसराज चौधरी और उनकी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने आयोजकों की सराहना की और कहा कि इस तरह के नि:शुल्क शिविर से उन्हें बहुत लाभ हुआ है। नवग्रह सेवा संस्थान की ओर से कैंसर रोगियों के लिए नि:शुल्क दवाएं प्रदान की गईं और अन्य बीमारियों जैसे मधुमेह और किडनी रोग के लिए नाममात्र शुल्क पर दवाएं दी गईं। वैद्य हंसराज चौधरी ने यह भी आश्वासन दिया कि वह हर दो महीने में आकोला आकर रोगियों का परामर्श और उपचार करेंगे।
हंसराज चौधरी ने बताया वर्तमान में कैंसर के आंकड़े जो हम देख रहे हैं और विशेषतौर पर महाराष्ट्र के जो आंकड़े हैं वह चिंताजनक है, इसके प्रमुख कारण है गलत आहार-विहार तथा गलत रहन- सहन हैं । तथा सप्त धातु सिद्धांत को बताते हुए चौधरी ने बताया कि अगर आपका आहार सही नहीं है तो वह कई बिमारियों को जन्म देंगे। माताओं बहनों में होने वाले स्तन व बच्चेदानी कैंसर होने के कारण व उपचार की संपूर्ण जानकारी दी।
डॉ. धर्मेद्र कुमार चौधरी, डॉ. पंकज सैनी, डॉ. सुनील बिहाडे, डॉ. प्रज्वल डंडाले, डॉ. शबाना, डॉ. ऐश्वर्या कलंब, डॉ. सुरभि डंडाले, सुबोध मुंदड़ा, किशिता गुरुखुड्डे, किरण डोंगरे, प्रदीप तायदे ने इस शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। शिविर के दौरान जांच के बाद मरीजों को उनकी बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और उचित इलाज के लिए मार्गदर्शन किया गया।
शिविर में आए मरीजों ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि इस नि:शुल्क जांच और परामर्श से उन्हें बहुत लाभ हुआ है। आकोला जिला प्रिंटर्स एसोसिएशन और प्रमिलाताई ओक लाइब्रेरी ने इस शिविर का आयोजन करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल रोगियों को उनकी बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ती है बल्कि उन्हें सही समय पर उचित चिकित्सा परामर्श और उपचार भी मिलता है।इस शिविर में भाग लेने वाले सभी डॉक्टरों और सहयोगियों का योगदान सराहनीय रहा। सभी ने मिलकर इस आयोजन को सफल बनाया और भविष्य में भी ऐसे आयोजन करते रहने की उम्मीद जताई। इस कार्यक्रम से साबित होता है कि सामूहिक प्रयास से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है और समाज के प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का अवसर मिल सकता है।