घरेलू मसालों के औषधीय गुणों और उनसे स्वस्थ रहने के तरीकों पर रखी कार्यशाला
भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) शहर में वन विभाग के सामने स्थित एनसीसी भवन मंगलवार को हजारों केडेट्स के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सुनीता शर्मा ने घरेलू मसालों के औषधीय गुणों और उनसे स्वस्थ रहने के तरीकों पर कार्यशाला रखी। शर्मा ने फीमेल केडेटस को स्त्री रोगों के बारे में बताकर उनके निदान के बारे में भी जानकारी दी। शर्मा ने कहा कि घरेलु मसाले, जैसे हल्दी, अदरक, लहसुन, मेथी, जीरा और काली मिर्च, केवल भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि सदियों से आयुर्वेद और लोक चिकित्सा में शक्तिशाली औषधि के रूप में भी उपयोग किए जाते रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों पर जोर दिया, यह बताते हुए कि कैसे इसका नियमित सेवन शरीर को कई बीमारियों से बचा सकता है। अदरक और लहसुन के सर्दी-जुकाम और पाचन संबंधी समस्याओं में लाभों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। शर्मा ने छात्रों को मेथी दाना के मधुमेह नियंत्रण और कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता के बारे में बताया, साथ ही जीरा और काली मिर्च के पाचन और चयापचय में सुधार करने वाले गुणों पर भी प्रकाश डाला। इस सत्र का मुख्य आकर्षण घरेलू उपचारों का व्यावहारिक प्रदर्शन था। शर्मा ने छात्रों को दिखाया कि कैसे हल्दी वाला दूध, अदरक-लहसुन का काढ़ा और मेथी पानी जैसी चीजें आसानी से घर पर तैयार की जा सकती हैं और इनका सेवन दैनिक स्वास्थ्य में कैसे लाभकारी हो सकता है। अंत में एनसीसी अधिकारी शैलेन्द्र सिंह राठौड़ ने सुनीता शर्मा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।