सीकर में गुरुवार को हुई पीएम मोदी की सभा में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव का रोडमैप तय कर दिया है। पहली बार इस सभा के जरिए उन्होंने बीजेपी नेताओं को यह समझा दिया है कि विधानसभा चुनाव किन-किन मुद्दों पर लड़ना है।
अपने भाषण में उन्होंने 6 बड़े मुद्दों का जिक्र किया। यानी आगे आने वाले चुनाव में बीजेपी का फोकस इन्हीं मुद्दों पर रहेगा और कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा। यही नहीं, सभा में उन्होंने अपने नाम की गारंटी का हवाला देते हुए ये भी साफ कर दिया कि चुनाव मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा।
शेखावाटी की हर विधानसभा सीट को जिताने की जनता से अपील करके पीएम मोदी ने प्रदेश भाजपा को यह साफ संदेश दे दिया है कि उन्हें किस-किस क्षेत्र में ज्यादा काम करने की जरूरत है।
मसलन शेखावाटी, पूर्वी राजस्थान व अन्य वे क्षेत्र जहां बीजेपी पिछले चुनावों में फिसड्डी साबित हुई है। उन पर ज्यादा फोकस करना है।
विधानसभा चुनाव में चेहरा कौन होगा, भाजपा किस वर्ग पर फोकस करेगी, किस-किस क्षेत्र में संगठन को ज्यादा काम करने की जरूरत है, चुनाव में कौन से 6 मुद्दों पर भाजपा का फोकस होगा।
पीएम मोदी ने इन 6 मुद्दों में सबसे ऊपर रखा है भ्रष्टाचार के मुद्दे को। मतलब साफ है कि भ्रष्टाचार के जिस मुद्दे को हवा देकर कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बनाई है, उसी भ्रष्टाचार को राजस्थान में मुद्दा बनाकर बीजेपी कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश करेगी। पीएम मोदी ने अपने भाषण में लाल डायरी का जिक्र करके गहलोत सरकार और उसके नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा लाल डायरी में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं। लोग कह रहे हैं कि लाल डायरी के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे। बड़े से बड़े नेता की लाल डायरी का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है। ये लोग भले ही मुंह पर ताला लगा लें, लेकिन यह डायरी चुनाव में पूरी कांग्रेस का डब्बा गोल करने जा रही हैं।
साफ है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लाल डायरी आग में घी डालने का काम करेगी। वहीं प्रदेश भाजपा को भ्रष्टाचार के मुद्दे को अंत तक पकड़कर रखना है। चुनाव में लाल डायरी कांग्रेस का डिब्बा गोल करेगी वाले बयान से मोदी ने भाजपा नेताओं को भी स्पष्ट कर दिया कि इस मुद्दे को हर हाल में चुनाव तक बरकरार रखना है।
सीकर की सभा में पीएम मोदी ने कई नारे लगवाए, लेकिन जिस नारे में सबसे ज्यादा जोर उन्होंने दिया। वो था “पेपरलीक से युवा परेशान, नहीं सहेगा राजस्थान।” मोदी ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार के बाद सबसे ज्यादा चर्चा पेपरलीक को लेकर की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में पेपर लीक उद्योग चला रखा है। राजस्थान का युवा काबिल है, लेकिन सरकार उसका भविष्य बर्बाद कर रही है। मोदी ने सरकार पर ही पेपर माफिया होने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी इस बात अच्छे से समझते हैं कि यूथ अगर चुनावों में उनके साथ आता है तो बीजेपी बड़ी आसानी से सत्ता तक पहुंच सकती हैं।
वहीं राजस्थान में लगातार पेपरलीक की घटनाओं, आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा की गिरफ्तारी, पेपर लीक में पूर्व में राज्यमंत्री का दर्जा पा चुके नेता की मिलीभगत सामने आने के बाद पहले से ही कांग्रेस सरकार इस मुद्दे पर घिरी हुई हैं।
ऐसे में मोदी नहीं चाहते है कि बीजेपी इस मुद्दे को किसी भी तरह से ढीला छोड़े। यही वजह है कि उन्होंने राजस्थान को लेकर तैयार रोडमैप में पेपरलीक को दूसरे नंबर पर रखा है।
साफ है कि भ्रष्टाचार के बाद आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी पेपरलीक को बड़ा मुद्दा बनाएगी। इस रणनीति पर बीजेपी पहले से काम कर रही है, लेकिन अब पीएम मोदी के इशारे के बाद आने वाले दिनों में इसे लेकर बड़ा आंदोलन भी किया जाएगा।
तीसरा बड़ा मुद्दा प्रदेश की कानून व्यवस्था है। उसमें भी महिला व दलित अत्याचार पर सबसे ज्यादा फोकस रहेगा। पीएम मोदी ने आज अपने भाषण में प्रदेश सरकार को इस मुद्दे पर जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला व दलित अत्याचार चरम पर हैं।
पीएम मोदी ने सभा में जो नारे लगवाए। इसमें भी सबसे पहले महिला व दलित अत्याचार के नारों को शामिल किया गया था। मोदी ने नारे लगवाए, ‘बहन-बेटियों पर अत्याचार, नहीं सहेगा राजस्थान।’ यह नारा पीएम मोदी ने तीन बार लगवाया। मतलब साफ है कि विधानसभा चुनावों में महिला अत्याचार व दलित अत्याचार को मुद्दा बनाकर बीजेपी सरकार को घेरने का काम करेगी।
पीएम मोदी इस बात को अच्छे से समझते हैं कि कानून व्यवस्था वो मुद्दा हैं] जिसे चाहकर भी सरकार पूरी तरह से दुरुस्त नहीं कर सकती हैं। वहीं आए दिन हो रही गैंगरेप व छेड़छाड़ की घटनाओं से सरकार पहले से ही इस मुद्दे पर घिरी हुई है।
इसके साथ ही जोधपुर में नाबालिग से गैंगरेप, स्कूल में नाबालिग का यौन शोषण। यह दोनों घटनाएं मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र की हैं। वहीं खाजूवाला गैंगरेप, करौली में रेप के बाद तेजाब डालकर युवती की हत्या सहित दौसा, भरतपुर के मामलों में सरकार पहले से दवाब में हैं। इनमें से कई मामले उठाकर पीएम ने पुलिस के प्रयासों पर भी सवाल उठा दिए।
साल 2018 में चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने किसान कर्जमाफी का वादा करके सत्ता हासिल की थी। कांग्रेस ने सहकारी बैंकों का करीब 16 हजार करोड़ का कर्जा माफ भी किया। कांग्रेस का दावा है कि इससे करीब 21 लाख किसान लाभान्वित हुए। यह कर्जा सरकार ने साल 2018 और 2019 में किया था।
गहलोत सरकार राष्ट्रीयकृत बैंकों, शेड्यूल बैंक और ग्रामीण बैंकों का कर्जा माफ नहीं कर पाई है। इसे लेकर राज्य सरकार ने केन्द्र को कई बार पत्र भी लिखे हैं। इसके जवाब में केन्द्र सरकार ने कहा कि राज्य सरकार अपने वित्तीय संसाधनों से किसानों का कर्जा माफ करे।
इसके अलावा गहलोत ने किसानों की कर्ज माफी के लिए एक मुश्त ऋण माफी का प्रस्ताव वाणिज्यिक बैंकों, अनुसूचित बैंकों व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के कॉर्पोरेट कार्यालयों को भिजवाया, लेकिन राज्य सरकार के इस प्रस्ताव पर अभी तक किसी भी बैंक प्रबंधन ने सहमति नहीं दी है।
इस पर बीजेपी का दावा है कि 3 नवंबर 2018 तक 3 लाख 49 हजार 257 किसानों का राष्ट्रीयकृत बैंकों, शेड्यूल्ड बैंक व ग्रामीण बैंकों का 6 हजार 18 करोड़ 93 लाख का लोन सरकार को चुकाना था, लेकिन सरकार ने आज तक यह लोन नहीं चुकाया। जो पिछले साढ़े चार सालों में बढ़कर 12 हजार करोड़ पहुंच गया है।
अब कांग्रेस जिस वादे के साथ सत्ता में आई थी, उसे चाहकर भी पूरा नहीं कर पा रही है। वहीं बीजेपी अब इसका भरपूर फायदा उठाना चाहती है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने राजस्थान को लेकर तैयार रोडमैप में किसान कर्ज माफी को भी प्रमुख रूप से रखा है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में साफ कर दिया है कि भले ही सरकार को भ्रष्टाचार, पेपरलीक, कानून व्यवस्था और किसान कर्ज माफी पर प्रमुखता से घेरना है, लेकिन हिंदुत्व के मुद्दे को भी छोड़ना नहीं है। मतलब साफ है कि बीजेपी चुनाव में हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमलावर रहेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे तीज-त्यौहारों पर भी खतरा मंडरा रहा है। त्यौहारों में कब पत्थर चल जाए, कब कर्फ्यू लग जाए, कहा नहीं जा सकता है। साफ है कि उन्होंने हिंदुत्व के मुद्दों पर कांग्रेस सरकार पर हमलावर रहने के संकेत दिए हैं।
अपनी पिछली सभाओं की तरह ही इस सभा मे भी पीएम मोदी ने परिवारवाद बनाम विकासवाद को मुद्दा बनाने की कोशिश की। हालांकि आज की सभा में उन्होंने परिवारवाद के मद्दे को केवल छुआ, लेकिन विकास के मुद्दे पर खुलकर बात की।
उन्होंने कहा कि अगर राजस्थान का विकास करना है तो यहां भी डबल इंजन की सरकार बनानी होगी। सीकर की सभा में भी जल जीवन मिशन के आकड़ों का जिक्र करके मोदी ने कहा कि जल जीवन मिशन में राजस्थान काफी पीछे हैं। मोदी ने कई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने भाजपा की कई योजनाओं को बंद कर दिया। ऐसे में राजस्थान का विकास तभी होगा। जब यहां कमल खिलेगा।
ऐसे में मोदी ने बीजेपी नेताओं को भी मैसेज दिया है कि चुनावों में केन्द्र सरकार की योजनाओं और विकास के मुद्दे को भी पकड़े रखना हैं।
किसान, युवा, दलित पर फोकस
भाजपा चुनाव में चार वर्गों पर सबसे ज्यादा फोकस करने वाली है। भाजपा ने किसानों को अपने पक्ष में करने के लिए अलग रणनीति बनाई है। वहीं पेपर लीक जैसे मुद्दों को हवा देकर युवाओं का सपोर्ट हासिल किया जाएगा। वहीं बहन-बेटियों के खिलाफ हो रहे अपराध के मामलों को उठाकर कांग्रेस सरकार द्वारा महिलाओं को बांटे जा रहे मोबाइल फोन का तोड़ निकाला गया है। इसके साथ ही दलितों को लेकर बीजेपी को विशेष रणनीति के तहत काम करने का मैसेज मिला है।
मोदी मतलब गारंटी
अजमेर व बीकानेर के बाद आज सीकर में एक बार फिर पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि राजस्थान में आने वाला विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। मोदी ने अपने दो भाषणों में कई बार अपनी गारंटी देते हुए राजस्थान के विकास का वादा किया।
साफ है कि प्रदेश में बदलाव की गारंटी मतलब मोदी। जीतेगा कमल, खिलेगा कमल के नारे से भी साफ हो रहा है कि चुनाव किसी एक के चेहरे पर नहीं, बल्कि पार्टी के सिंबल पर सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा।
वहीं मोदी ने पक्का घर, मुफ्त राशन, मुफ्त वैक्सीन, मुफ्त इलाज सहित अन्य योजनाओं की गारंटी का मतलब भाजपा सरकार कहकर भी यह साफ मैसेज दिया है कि राजस्थान में चुनाव व्यक्ति नहीं, बल्कि पार्टी लड़ेगी।
शेखावाटी सहित कमजोर सीटों पर फोकस का मैसेज
सीटों के गणित के हिसाब से देखें तो बीजेपी के पास सीकर जिले में एक भी सीट नहीं हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में सीकर जिले की 8 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 7 सीटें जीती थीं। वहीं एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई थी, लेकिन बीजेपी सीकर जिले की एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
शेखावाटी के दो अन्य जिलों में से झुंझुनूं जिले की 7 सीटों में से बीजेपी ने केवल 1 सीट जीती थी। शेष 6 सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी। चुरू जिले की 6 सीटों में से 4 कांग्रेस और 2 बीजेपी ने जीती थी।
ऐसे में सभा के अंत में मोदी ने सभा में मौजूद लोगों से शेखावाटी की हर सीट व हर बूथ जीताने की अपील की। यह अपील मोदी ने जनता से जरूर की है, लेकिन इसमें संदेश नेताओं के लिए भी छिपा है। मोदी ने भाजपा के प्रदेश संगठन से साफ कर दिया है कि जिन-जिन क्षेत्रों में भाजपा कमजोर है, उन क्षेत्रों व सीटों पर विशेष फोकस करना है।
गौरतलब है कि भाजपा की पिछले चुनावों में हार की बड़ी वजह पूर्वी राजस्थान व शेखावाटी में मिली करारी शिकस्त को माना जाती है। पूर्वी राजस्थान में तो बीजेपी ने केवल एक सीट ही जीती थी। प्रदेश के सात जिले ऐसे थे, जहां बीजेपी खाता भी नहीं खोल पाई थी, उन्हीं जिलों में सीकर जिला शामिल है।