फिर से उठने लगी बयाना को जिला बनाने की मांग
बयाना 31 जुलाई। प्रदेश में एक बार फिर से कुछ और नए जिलों का गठन किए जाने की चर्चाओं के चलते बयाना को जिला बनाए जाने कीं मांग फिर से जोर पकडने लगी है। बयाना को जिला बनाने के लिए पिछले 30 वर्षों से क्षेत्र के नागरिकों की ओर से मांग की जा रही है। बयाना विकास मंच की ओर से भी पिछले 20वर्षाें में कई बार बडे आंदोलन पोस्टकार्ड व ज्ञापन अभियान आदि भी चलाए गए। कई बार पैदल मार्च भी इस मांग को लेकर किया गया। जिससे लोगों में बयाना को जिला बनाने की जागरूकता आई। आज फिर से बयाना जिला बनाओं संघर्ष समिती के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन उपखंड अधिकारी कार्यालय के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी देवेन्द्र शर्मा को सौंपकर बयाना को जिला बनाए जाने की मांग की। इस मौके पर गुर्जर महासभा के तहसील अध्यक्ष हरीराम अमीन, जिला परिषद सदस्य ललिता गुर्जर सहित कई पंच सरपंच व कस्बे के नागरिक आदि भी मौजूद रहे और बताया कि बयाना के कमजोर जनप्रतिनिधित्व के चलते बयाना को जिला बनाए जाने की मांग सरकार के समक्ष जोरदार ढंग से उठाई गई होती तो बयाना भी जिला बन गया होता। जबकि यह भरतपुर संभाग का सबसे बडा और सबसे प्राचीन उपखंड मुख्यालय है। इस दौरान एक अलग से ज्ञापन सौंपकर बयाना क्षेत्र में तेजी से फैल रही आईफ्लू की बीमारी को देखते हुए बयाना के रैफरल अस्पताल में नेत्र विशेषज्ञ के रिक्त पद पर नियुक्ति भी कराए जाने की मांग की।