नाबालिग बालिका को भट्टी में जलाने व गैंगरेप मामले में आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने लिया प्रसंज्ञान
भीलवाड़ा-मूलचन्द पेसवानी/ भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में 14 वर्षीय नाबालिग बालिका मवेशी चराने घर से निकलने व उसकी हत्या कर जला देने के मामले में राजस्थान राज्य बाल अधिकार सरंक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा है कि मवेशी चराने गई बालिका के बुधवार देर शाम तक उसके घर वापस नहीं लौटने पर परिजन और ग्रामीण उसे ढूंढते हुए भट्टी के पास पहुंचे तो वहां चांदी का कड़ा और जूते मिले। परिजनों ने नाबालिग के साथ हत्या एंव गैंगरेप की आशंका जताई है। इस प्रकरण को आयोग द्वारा गंभीरता से लिया गया है।
अध्यक्ष बेनीवाल ने कहा कि नाबालिग बालिका को भट्टी में जलाये जाने की घटना घोर निंदनीय है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आयोग द्वारा आयोग सदस्य की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर आज ही विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के संबंध में कमेटी को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है कि सवेंदनशील घटना की पूर्ण जांच कर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करवाकर तथ्यात्मक रिपोर्ट आज ही आयोग कार्यालय को प्रेषित करने बाबत् अति. महानिदेशक (सिविल राईट्स) एंव जिला पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा को पत्र लिखा गया है साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा से फोन पर वार्ता कर प्रकरण की सम्पूर्ण जानकारी लेकर अभियोग में शामिल आरोपियों के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने हेतु कहा गया।
उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा पुलिस को निर्देशित किया गया है कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल रिपोर्ट, डीएनए जांच इत्यादि अतिशीघ्र करवाकर समय पर चालान न्यायालय में प्रस्तुत किया जाये। साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, भीलवाड़ा को प्रकरण में नियमानुसार परिजनों को आर्थिक सहायता के संबंध में पत्र प्रेषित किया गया।
संगीता बेनीवाल ने बताया कि राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग बाल अपराधों को लेकर गंभीर है तथा बालकों के अधिकारों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध है। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इस हेतु आयोग सदैव प्रयासरत है।