गृहस्थ आश्रम को सबसे अच्छा आश्रम- पंकज महाराज
शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी/ जयगुरुदेव नारा लगाते चले हैं। दुखीजन को बाबा जगाते चले हैं। नशा त्याग शाकाहार अपनायें। मां, बहनों की लाज बचायें। थोड़ा समय निकालकर भगवान का भजन करें। आदि संदेशों के साथ विख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी एवं जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज महाराज ने दांतड़ा में आयोजित सत्संग सभा में‘‘ सतयुग, त्रेता, द्वापर बीता। काहु न जानी शब्द की रीता।।
उन्होंने गृहस्थ आश्रम को सबसे अच्छा आश्रम बताया इसमें रहकर गृहस्थाश्रम की भी जिम्मेदारियॉ निभा लेंगे और कुछ समय निकालकर भगवान का भजन भी कर सकेंगे। उन्होंने अपने गुरू महाराज परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के वचनों को याद कराते हुये कहा कि आप ईंट पत्थर के बनाये हुये अपने मन्दिर को पवित्र रखते हैं तोे भगवान के बनाये हुये मनुश्य मन्दिर में मांस के टुकड़े व षराब के कतरे डालकर गन्दा क्यों करते हो? अभी भी वक्त है उस भगवान से, खुदा से अपने गुनाहों की माफी मांग लें वरना नर्कों-दोजखों की कठोर यातनायें भोगनी पड़ेगी। महापुरुश साधना करके जब ऊपरी मण्डलों में जाते है तो खोटे बुरे कर्मों को करने वाले जीवों को मिल रही कठोर यातनाओं का दृष्य देखते हैं तो द्रवित होकर सचेत करते हैं।
बाबा पंकज महाराज ने आगामी 20 से 24 दिसम्बर तक जयगुरुदेव मन्दिर आगरा-दिल्ली बाईपास मथुरा में आयोजित होने वाले पूज्यपाद स्वामी घूरेलाल महाराज ‘‘दादा गुरु जी’’ के पावन वार्षिक भण्डारा मेला में भाग लेने का निमन्त्रण दिया। यहां जयगुरुदेव नाम योग साधना मन्दिर बना है, जहां बुराईयां चढ़ती हैं। कार्यक्रम में शांति व सुरक्षा व्यवस्था स्थापित करने में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा।
जयगुरुदेव संगत जिला-भीलवाड़ा के प्रवक्ता अनिल कुमार सोनी ने बताया कि जनजागरण यात्रा के दांतड़ा पहुंचने पर स्थानीय भाईयों, बहनों, बच्चे-बच्चियों ने पुष्प वर्षा, सुसज्जित कलशों व बैण्डबाजे से स्वागत किया। अगला सत्संग कार्यक्रम कल (आज) तह. शाहपुरा के गांव माता जी का खेड़ा में सायं 3.30 बजे से आयोजित है।