मानवता हो रही शर्मसार कीचड़ में से निकलने को मजबूर शव यात्रा

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मानवता हो रही शर्मसार कीचड़ में से निकलने को मजबूर शव यात्रा

कुम्हेर। क्षेत्र के अस्तावन गांव मे एक इंसानियत को शर्मसार करने वाला वीडियो सामने आया है। एक व्यक्ति की मौत के बाद उसकी शव यात्रा को सड़क पर भरे गंदे पानी में उसके परिजन एवं ग्रामीण लेकर जा रहे है। जिसे वहां मौजूद एक व्यक्ति ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। कुम्हेर नदबई मार्ग पर अस्तावन गांव मैं बने हुए बस स्टैंड के पास से अस्तावन जाने वाले मुख्य रास्ते पर गांव का गंदा पानी हमेशा पानी भरा रहता है, क्योंकि आसपास के लोगों ने सड़क किनारे बनी हुई पोखर एवं सड़क के आसपास अतिक्रमण किया हुआ है। जिसके कारण गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती, इसकी वजह से लोग गंदे पानी से होकर निकलने को मजबूर हैं। कुम्हेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत अस्तावन गांव के सरपंच सुनील मीणा से कई बार लोगों ने इसकी शिकायत की, उसके बाद भी सरपंच न तो अतिक्रमण हटवा सके, और न ही गंदे पानी की निकासी का इंतजाम कर सके। सरपंच की लापरवाही का खामियाजा अब ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है।

जिस रास्ते पर यह पानी भरा है। वह रास्ता अस्तावन गांव जाने का मुख्य रास्ता है। वहां सड़क से सटी एक पोखर है। बारिश के दिनों में पोखर पानी से लबालब हो जाती है। जिसके कारण सड़क पर बारिश और पोखर का पानी जमा हो जाता है।
जो बाहर से अंजाम लोग आते हैं उन्हें सड़क और पोखर में फर्क नजर नहीं आता जिसके कारण वह सड़क समझकर पोखर की तरफ चले जाते हैं, लोग सड़क समझकर पोखर में गिरते रहते हैं।
गांव के सरपंच पोखर ये चारों तरफ बाउंड्री भी नहीं करवा पा रहे हैं। ग्रामीण कई बार शिकायत लेकर सरपंच के पास पहुंचे, लेकिन सरपंच के कान पर जूं नहीं रेंगी, शायद सरपंच कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा हैं।
अस्तावन में जहां अव्यवस्थाओं का यह आलम है कि अंतिम यात्रा में जाने वाला पार्थिव शरीर भी कीचड़ और गंदगी से होकर गुजरतने को मजबूर हैं कहीं न कहीं केंद्र या राज्य सरकार की उन नीतियों पर प्रश्नचिन्ह उठा रहा है, जिसको लेकर वो बड़ी-बड़ी बातें होती है।

स्वच्छ भारत अभियान पर उठे सवाल
एक तरफ सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को लेकर बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ गंदगी और कीचड़ से लोग परेशान हैं।

पंचायत प्रशासन की व्यवस्था पर सवालिया निशान

शर्मनाक तो तब हुआ जब सोमवार को शवयात्रा लेकर ग्रामीणों को इसी कीचड़ भरे पानी मे से निकलना पड़ा. शवयात्रा को लेकर चल रहे लोगों का इस गंदे पानी मे से होकर गुज़रना पंचायत प्रशासन की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है।

समस्या का निदान नहीं

अस्तावन में विद्यालयों में पढ़ने वाले समस्त बच्चों को हर रोज इसी गंदे में से होकर गुजरना पड़ता है. अक्सर छोटे बच्चे इस कीचड़ में गिर जाते हैं, बच्चों के स्कूल बैग किताबे कॉपी गंदगी से खराब हो जाते हैं लेकिन इन नौनिहालों की इस समस्या का निदान कहीं होता दिखाई नहीं दे रहा।


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