पुरुषोत्तम मास के तीसरे सोमवार पर बोल बम के जयकारे से गूंज उठा लालापुर मनकामेश्वर धाम
ब्यूरो राजदेव द्विवेदी/ प्रयागराज।देवाधिदेव महादेव का सबसे प्रिय मास श्रावण मास होता है उस से भी अधिक प्रिय श्रावण मास में पड़ने वाला हर सोमवार होता है। इस वर्ष अधिक मास मलमास है जिसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। पुरुषोत्तम मास का तीसरा सोमवार है ऐसी मान्यता है कि सोमवार को महादेव की विधिवत पूजा और जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आध्यात्मिक नगरी प्रयागराज स्थित लालापुर मनकामेश्वर धाम में वैसे तो सालों भर भक्तों का हुजूम लगा रहता है लेकिन सावन मास के सोमवार व पुरुषोत्तम मास के सोमवार के दिन देवाधिदेव महादेव के लालापुर मनकामेश्वर धाम की रौनक देखने ही लायक होती है।
आपको बताते चलें कि पुरुषोत्तम मास के तीसरे सोमवार पर देवाधिदेव महादेव की नगरी लालापुर मनकामेश्वर धाम केसरिया रंग से पूरी तरह से रंगी हुई नजर आ रही है ऐसा लगता है मानो जैसे आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा हो। मनकामेश्वर धाम में रात से ही मन में कामना लिए पुरुषोत्तम मास के तीसरे सोमवार को हजारों की संख्या में कांवरिया देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक करने के लिए कतारों में खड़े नजर आए सड़कों से लेकर धाम तक सिर्फ और सिर्फ कांवरियों और भक्तों की भीड़ नजर आ रही है केसरिया रंग में रंगे कांवरिया प्रयागराज संगम में स्नान कर दशाश्वमेध घाट से गंगाजल लेकर देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक करने के लिए गंगाजल लेकर बोल बम के नारे से गुंजायमान करते हुए महादेव के प्रति आस्था को समेटे हुए घंटों कतारों में लगने के बाद भी बोल बम के नारे के साथ आगे बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि प्रयागराज से गंगाजल लाकर सावन व अधिक मास के सोमवार को देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक करने से प्राणी को हर पाप से मुक्ति मिलती है मनकामेश्वर धाम महादेव के भक्तों के हर हर महादेव के नारों से गूंज रही है।
देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक करने में लालापुर पुलिस भी भक्तों को मंदिर प्रांगण तक पहुंचाने में कोई कोर कसर करती नजर नहीं आ रही है भक्तों को मंदिर तक पहुंचाना और व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए तत्पर दिखी।