‘‘सखी सम्मेलन’’ में स्वंय सहायता समूहों की महिलाओें के लिए मुख्यमंत्री ने की कई घोषणाएं


‘‘सखी सम्मेलन’’ में स्वंय सहायता समूहों की महिलाओें के लिए मुख्यमंत्री ने की कई घोषणाएं

500 से अधिक सखियों ने जिला स्तरीय कार्यक्रम में लिया भाग

जिला कलक्टर ने दिलाई “सद्भावना शपथ”

गंगापुर सिटी। पंकज शर्मा। 18 अगस्त। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) का एक दिवसीय ‘‘सखी सम्मेलन’’ सीतापुरा जयपुर स्थित जेईसीसी सभागार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुक्रवार को आयोजित किया गया। इसमें प्रदेश भर से बड़ी संख्या में राजीविका स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लिया।

गंगापुर सिटी का जिला स्तरीय कार्यक्रम जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया की अध्यक्षता में सलोदा मोड़ स्थित अर्जुन पैलेस के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया | जिला स्तरीय कार्यक्रम में 500 से अधिक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया | सद्भावना दिवस के अवसर पर जिला कलक्टर ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी को याद करते हुए मौजूद अतिथियों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सखियों को सद्भावना शपथ दिलाकर जिला स्तरीय कार्यक्रम की शुरुआत की |

सखी सम्मेलन को वीसी के माध्यम से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीविका जैसे कार्यक्रमों से महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व कार्यकाल में अजमेर जिले से स्वयं सहायता समूहों की शुरूआत की गई। आज वह प्रयास इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में वृहत रूप में सबके सामने है। राजीविका से जुड़कर महिलाएं विभिन्न प्रकार के उद्यमों एवं नवाचारों में भाग ले रही है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्हें अपनी क्षमताओं एवं संविधान प्रदत्त अधिकारों की पहचान हुई है। सहकारिता की भावना से कार्य करते हुए राजीविका समूहों से जुड़ी महिलाएं आज प्रदेश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राजीविका के अंतर्गत 3.60 लाख समूहों का गठन कर लगभग 43 लाख महिलाओं को इनसे जोड़ा गया है। राज्य सरकार इन समूहों को 4774 करोड़ का ऋण उपलब्ध करवा रही है। यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार का एक अहम प्रयास है।

मुख्यमंत्री ने किया विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समर्थ सखी योजना, इंदिरा रसोई योजना (ग्रामीण), एकीकृत खेती क्लस्टर (आईएफसी) कार्यक्रम एवं डिजिटल सखी योजना का शुभारंभ किया। डिजिटल सखी योजना के तहत महिलाओं को चरणबद्ध रूप से डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाएगा। एकीकृत खेती क्लस्टर कार्यक्रम के द्वारा महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने घोषणा कर दी ये सौगातें

– राजीविका कैडर से जुड़ी महिलाओं के मानदेय में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी।

– राजीविका से जुड़ी महिलाओं को कृषि एवं गैर कृषि क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये का ब्याजमुक्त ऋण दिया जाएगा।

– राजीविका से जुड़ी महिलाएं 2.5 प्रतिशत की जगह शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर स्कूटी खरीद पाएंगी।

– उड़ान योजना के अंतर्गत सेनिटरी नैपकिन की पूरी सप्लाई एवं बनाने का कार्य चरणबद्ध रूप से राजीविका को सौंपा जाएगा।

– इंदिरा रसोई योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 1000 रसोईयों का संचालन एवं प्रबंधन राजीविका स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा।

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जिला स्तरीय कार्यक्रम में उप जिला कलक्टर नरेन्द्र कुमार मीना, विकास अधिकारी अनीता मीना, राजीविका के वित्त प्रबन्धक गिर्राज मीना, ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर अविनाश द्विवेदी एवं बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं |

 


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