बहनों ने भाईयों की कलाई पर बांधी प्यार की डोर बदले में लिया रक्षा का वचन
प्रयागराज। वैसे तो भारत देश त्योहारों का देश है लेकिन कुछ त्यौहार अपने आप में खास होते हैं इसी खास में है रक्षाबंधन जो भाई और बहन के अटूट प्रेम का पर्व माना गया है भाई बहन का प्रेम किसी दिन का मोहताज नहीं लेकिन इस खास दिन पर हर बहन अपने भाई की ताउम्र खुशियों व दीर्घायु की कामना कर माथे पर तिलक लगा मुंह मीठा कराती हैं।बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है—, भैया मेरी राखी के बंधन को निभाना–
जैसे गीतों की पंक्तियां फिजाओं में छाई रही। क्षेत्र भर में भाई बहन के अटूट प्रेम पर्व रक्षाबंधन को मनाया गया परंपरा के रस्मों को निभाते हुए बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और बदले में भाइयों से रक्षा का वचन लिया। पर्व को लेकर बाजारों में खासी रौनक रही श्रावण मास के पूर्णिमा के दिन मनायें जाने वाले इस पर्व का पूरे क्षेत्र में हर्षोल्लास रहा। बहनों ने शुभ मुहूर्त में पूजा का थाल सजाकर जिसमें कुमकुम, अक्षत, रोली, मिष्ठान, रक्षा सूत्र आदि रखे। तत्पश्चात भाई के माथे पर प्रेम का टीका लगा कर आरती उतारी। बहन ने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर मुंह मीठा कराया भाइयों ने भी बदले में रक्षा का वचन देकर उपहार स्वरूप श्रृंगार सामग्री, कपड़े ,आभूषण नकद रुपए आदि भेंट किये। रक्षाबंधन को लेकर क्षेत्र में सजी राखियों की दुकानों पर खरीदारी की भीड़ लगी रही। बहनों ने अपने भाइयों के लिए किस्म-किस्म की राखियां खरीदी मिठाई के दुकानों पर भी दिन भर लोगों की भीड़ लगी रही आम दिनों में सूनी रहने वाली मिठाई की दुकानों पर भी लोगों का जमघट बना रहा।बाजारों में₹400 से लेकर₹1000 प्रति किलो के भाव के हिसाब से मिठाइयों की अच्छी बिक्री हुई ऐसे में कहा जाए तो राखी और मिष्ठानों की दुकानदारों की चांदी रही। रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में महिलाज्ञओं की निशुल्क यात्रा होने के कारण भारी भीड़ नजर आई सुबह से ही रोडवेज बस स्टैंडों पर महिलाओं की कतारें लग गई बसों में भीड़ के कारण पैर रखने की जगह मुश्किलों से नसीब हो रही थी।