जिला कलक्टर ने विद्यालयों एवं आंगनबाडी केन्द्रों का किया निरीक्षण
भरतपुर, 02 सितम्बर। जिला कलक्टर लोकबंधु ने शनिवार को पंचायत समिति सेवर के विद्यालयों एवं आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये।
जिला कलक्टर ने महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सेवर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बांसी, आदर्श आंगनबाडी केन्द्र बांसीकलां, आदर्श आंगनबाडी पाठशाला नगला झीलरा एवं आंगनबाडी केन्द्र कोठी रोज विला भरतपुर में निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि राजकीय विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ सर्वांगीण विकास के लिए बुनियादी सुविधाऐं भी मिलें।
जिला कलक्टर ने विद्यालयों में शिक्षण कार्य, निर्माण कार्यों सहित अन्य व्यवस्थाओं व सुविधाओं व राज्य सरकार द्वारा विद्यार्थियों के हित में संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा भी लिया। उन्होंने विद्यालयों में व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को उत्तम शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास किये जाने चाहिये। उन्होंने मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत बच्चों को पिलाये जा रहे दूध की मात्रा एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमसिंह कुंतल को नियमित तौर पर इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना के संबंध में भी निर्देश प्रदान किये। उन्होंने बालक और बालिकाओं को जीवन में ऊंचा लक्ष्य निर्धारित कर उसको प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर पूर्ण संकल्प के साथ लक्ष्य प्राप्त करने का सन्देश दिया। उन्होंने विद्यालयों में मौजूद छात्रों से संवाद कर उन्हें अभिव्यक्ति के लिए प्रेरित किया साथ ही उनकी समस्याओं को सुना व उनके त्वरित निस्तारण का आश्वासन दिया। उन्होंने विद्यालय प्रशासन से जुडे पदाधिकारियों से विद्यालय में बच्चों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने आंगनबाडी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी केंद्रों पर साफ सफाई रखने एवं पोषाहार, बच्चों की उपस्थिति, बच्चों का वजन का रिकॉर्ड अपडेट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत टेक होम राशन एवं गर्म पोषाहार योजनान्तर्गत गर्भवती, धात्री एवं 3 से 6 वर्ष के बच्चों को पूरक पोषाहार के वितरण की समीक्षा कर दलिया, खिचडी, नमकीन आदि फूड पैकेटों की भी जांच की। उन्होंने कहा कि केंद्रों पर नामांकित बच्चों को कुपोषण मुक्त रखने के लिए अभिभावकों को समय – समय पर पौष्टिक आहार एवं उचित खानपान के बारे में भी जागरूक करें। जिससे बच्चों का समुचित विकास हो सके। राज्य सरकार द्वारा बच्चों एवं महिलाओं के समग्र विकास के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये। इस दौरान जिला कलक्टर ने आंगनबाडी केन्द्रों पर बच्चों व धात्री माताओं की संख्या के आधार पर उपस्थिति रजिस्टर की जांच की व उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग भरतपुर अर्चना पिप्पल को धात्री माताओं व बच्चों को उपलब्ध कराये जा रहे आहार की पौष्टिकता व आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा साथ ही उडान योजना के तहत महिलाओं को निशुल्क सैनेटरी नेपकिन की आपूर्ति पूर्ण करने के संबंध में निर्देश दिये।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दाताराम, उपखण्ड अधिकारी भरतपुर सृष्टि जैन, तहसीलदार ताराचंद सैनी, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक राजेश चौधरी, सीडीपीओ शैलेश कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।