जन्माष्टमी के पावन पर्व पर तीर्थराज विमलकुन्ड पर सैकड़ों की संख्या में पधारे देशी -विदेशी भक्तजन
कामां कृष्ण जन्माष्टमी पर तीर्थराज विमलकुन्ड विराजित विमल बिहारी मन्दिर पर सैकड़ों भक्तों ने भगवान कृष्ण का 5249 वां जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया अर्धरात्रि को शंख ध्वनि के साथ श्रीकृष्ण का दूध ,दही ,घी ,शहद व गंगाजल से अभिषेक कराकर जन्म कराया गया तथा पंचामृत व प्रसाद वितरित किया गया। जिसमें मन्दिर के समस्त सेवाअधिकारी ,सेवायत व सेंकड़ों भक्तजन मौजूद रहे
मन्दिर विमल बिहारी के सेवाअधिकारी विक्रम लवानिया ने बताया विमल बिहार के मंगला दर्शन वर्ष में सिर्फ जन्माष्टमी के ही दिन होते हैं। विमल बिहारी मंदिर के सैकड़ो भक्तों की उपस्थिति में भजन संध्या व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। (नेपाल),मुम्बई ,बड़ौदा ,सूरत ,चेन्नई ,सतना मध्यप्रदेश, मिदनापुर ,वर्धमान ,मायापुर, कोलकाता,हुगली तथा केरल के हजारों भक्तजन जन्मोत्सव में शामिल हुए तथा पुण्य -लाभ प्राप्त किया।
ब्रजयात्रियों ने बद्रीनाथ ,केदारनाथ महादेव ,चरण पहाड़ी, बैठक ,भोजनथाली ,खिसलनी शिला,भामासुर की गुफा , सेतुबंध रामेश्वर ,लंका -यशोदा ,अशोक वाटिका ,विमल राजा ,विमल देवी ,विमल बिहारी जी ,सिद्ध बाबा मन्दिर ,तीर्थराज विमल कुण्ड की परिक्रमा ,आचमन व दर्शन किये ।
सभी ने वृंदारानी ,गोविंददेव जी ,गोपीनाथ जी ,कामेश्वर महादेव सहित अन्य मंदिरों ,कुण्डों व पौराणिक स्थलों के दर्शन,स्नान व आचमन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया ।
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