अवैध खनन के विरुद्ध कार्यवाही के नाम पर हो रही रस्म अदायगी, खनन माफियाओं के हौसले बुलंद
बयाना 22 सितम्बर। बयाना उपखंड के संरक्षित बंध बारेठा वन्य जीव अभ्यारण क्षेत्र व वंशी पहाड़पुर क्षेत्र सहित अगावली के पहाड़ों में भी काफी समय से मशहूर इमारती पत्थर खंडा व सिलका सेंड का धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है। जिससे जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वहीं पर्यावरण संतुलन और वन्यजीवों को खतरा हो गया है। जब कभी उच्च अधिकारियों की फटकार लगती है या अवैध खनन की खबरें मीडिया सुर्खियां बनती हैं तो स्थानीय संबंधित अधिकारी कभी-कभार लंबी नींद से जागने की भांति अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई के नाम पर केवल रस्म अदायगी बतौर कार्रवाई कर बड़े मगरमच्छों को छोड़कर छोटी मछलियों का शिकार करने की भांति अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेने में ही अपनी ड्यूटी पूरी समझते हैं। बीती रात्रि को भी वन विभाग के एक आला अधिकारी के निर्देश पर बंध बरेठा क्षेत्र में वहां के वन विभाग की टीम ने कथित अवैध खनन कर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई कर बरसाती नालों में निकलने वाली बजरी व मशीनरी स्टोन से भरी पांच ट्रैक्टर ट्राली को जप्त करने की कार्रवाई की जबकि करोड़ों रुपए के कीमती इमारती पत्थर से लदे ट्रक व ट्रैक्टर ट्राली रात भर निकासी करते रहे थे। लोगों की माने तो करोड़ों रुपए रोज के अवैध खनन के इस गोरखधंधे में वन व खनिज विभाग सहित खाकी और खादी तथा कथित खनन माफियाओं का गठजोड़ बना हुआ है। हालांकि यह जांच का विषय है और जांच होने पर कई चौंकाने वाले खुलासे भी हो सकते हैं