जल झूलने निकले बेवाणों की कलेक्टर व सभापति ने की आरती
पुष्पवर्षा के साथ की आतिशबाजी, महलों के चोक से निकली शोभायात्रा
शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी/ जलझूलनी एकादशी पर शाहपुरा जिला मुख्यालय पर सोमवार को महलों के चोक से परपम्परागत तौर तरीके से व शाहीलवाजमे के साथ ठाकुरजी के बेवाणों की शोभायात्रा निकाली गई। बेवाणों के पिवणिया तालाब की पाल पंहुचने पर जिला कलेक्टर टीकमचंद बोहरा, नगरपरिषद सभापति रघुनंदन सोनी व अन्य जनप्रतिनिधियो ने बेवाणों की आरती कर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। यहां पर आकर्षक आतिशबाजी की गई।
इससे पहले दिन में तीन बजे महलों के चैक में शाहपुरा के मंदिरों के बेवाण एकत्रित हुए। शाहपुरा श्याम सेवा समिति के तत्वाधान में निकाली गई इस शोभायात्रा में सबसे आगे ठाकुरजी के 4 अश्व चल रहे थे। श्याम रथ के पीछे श्रीराम दरबार बैंड की मधुर धुनों पर बजे भक्ति गीतों पर लोग झूम उठे। उज्जैन महाकाल के डमरू व ध्वजयात्रा शोभायात्रा का आकर्षण का केंद्र रही। नगाड़ों के साथ शिव के कई डमरू, तासों की एक लय थाप से सम्पूर्ण वातावरण गूंज उठा। क्रोधित कालका के पैरों में लेटे शिव की जीवंत झांकी को लोगों ने खूब सराहा। पिवणिया सरोवर की तीर पर पुजारियों द्वारा सामूहिक भगवान के बेवाणों को जल विहार करवाया गया। भगवान के बेवाणों की सामूहिक महाआरती उतारी गई । इस दौरान सरोवर तीर पर समिति द्वारा भव्य आतिशबाजी की गई। महाआरती पश्चात भगवान के बेवाण पुनः अपने अपने मन्दिरों की ओर प्रस्थान कर गए।