छत से गिरने से पुलिसकर्मी की मौत
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
पहाडी-थाने में हाल ही तबादला होकर आए पुलिसकर्मी की छत से गिरने के कारण मौत हो गई वहीं मौत को लेकर घंटों तक बवाल खड़ा हो गया। वहीं मृतक के परिजन हत्या का आरोप लगा रहे है,
थाना नगर के गांव फतहपुर कलां निवासी पुलिसकर्मी उदय सिंह पुत्र मुंशी जिसका करीब हफ्ते भर पूर्व पहाड़ी थाने में तबादला हुआ, जिसने 23 सितंबर को पहाड़ी थाने में आमद कराई थी। थानाधिकारी रामावतार मीणा ने बताया कि बुधवार को करीब 12 बजे उपखंड कार्यालय परिसर में बने रिकॉर्ड रूम की दो मंजिला छत से पुलिस जवान नीचे गिर गया जिसे, लहूलुहान हालत में पहाड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसको मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक उदय सिंह के शव को सीएचसी की मोर्चरी में रखवा दिया और जवान की सूचना परिजनों को फोन द्वारा दी गई, सुबह पहुंचे परिजनों ने थाने पहुंच हंगामा किया और हत्या का आरोप लगाया। मृतक के भाई ने बताया कि मेरा भाई उदय सिंह बुधवार को ड्यूटी पर आया था जिसमे, अपनी बहिन से फोन पर बात भी की थी उसी दौरान फोन पर किसी अन्य व्यक्ति ने जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए विवाद किया। पुलिस को दी गई शिकायत में मृतक के भाई भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 27 सितंबर को मृतक के परिवार वालों को जितेंद्र सिंह जो कि भुसावर थाने में तैनात है ने फोन किया कि उनके भाई उदय सिंह की मृत्यु हो गई है। उदय सिंह ने परिजनों को एक दिन पूर्व ही बताया था कि, 1 पुलिसकर्मी जो कि धौलपुर निवासी है साथ ही उसका एक और अन्य साथी है जो कि, उदय सिंह को तंग करते है व उससे मारपीट करते है। रात्रि करीब 9 बजकर 45 मिनिट पर उदय सिंह का उसकी बहिन सुनीता के पास फोन आया तो, दोनो पुलिसकर्मियों ने जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए बोला कि तू किससे बात कर रहा है। फोन को काट दे नही तो तुझे हम जान से मार देंगे। दोनो आरोपियों ने उदय सिंह से फोन छीनकर काट दिया और उसकी हत्या कर दी। परिजनों का आरोप है कि सोची समझी साजिस के अनुसार हत्या की गई है। साथ ही बुधवार की रात्रि को मृतक जवान को खाना भी नही देने के आरोप लगाए है। साथ ही थानाधिकारी पहाड़ी पर घटना का संतोषजनक जवाब न देने के आरोप लगाए हैं। कि कभी तो परिजनों से कहा गया कि सड़क हादसे में मौत हुई है, कभी छत से गिरने से मौत हुई है, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जमकर हुआ हंगामा:
पुलिस जवान की मौत के बाद पहाड़ी पहुंचे मृतक के चाचा व भाई भूपेंद्र सिंह कस्बे के जाटव समाज के पास पहुंचे और निर्णय किया कि उदय सिंह की हत्या की गई है। जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और परिजनों को न्याय मिलना चाहिए। पंचायत में सहमति के बाद मृतक के परिजन सीएचसी पहुंचे जहां, मोर्चरी में मृतक के शव को देखने को अड़े, वहीं पुलिस टालमटोल करती रही। सीएससी में भी हंगामा खड़ा हो गया स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को शव दिखाना पड़ा।
घटना के पहुंचे नेताजी:-
पुलिसकर्मी की मौत के बाद पूर्व मंत्री नसरू खान व कुरसीद खान भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए।
छोटी छोटी झड़पों के बाद हुआ पथराव:-
भीम आर्मी के नेता भी मौके पर पहुंच गए और पहाड़ी थाना परिसर में धरने पर बैठ गए जिसको, लेकर तनावपूर्ण माहौल बन गया। जिनको पुलिस ने हटाया तो पुलिस पर पथराव हो गया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को वहां से भगाया, वहीं पुलिस के खिलाफ नारेबाजी का सिलसिला भी चलता रहा। कभी सीएससी में तो कभी थाना परिसर में नारेबाजी व विरोध के स्वर गूंजते रहे।
एफआईआर की तहरीर देने के बाद भी एसपी कलेक्टर का बुलाने की मांग:-
मृतक पुलिस जवान के परिजनों ने पुलिस को हत्या का आरोप का खुलासा करते हुए एफआईआर हेतु शिकायत दे दी। जिसके बाद एफआईआर पर हस्ताक्षर नहीं किया और एसपी कलेक्टर को पहाड़ी बुलाने की मांग करने लगे।
घंटों बाद तक नही हुआ पोस्टमार्टम:-
मृतक पुलिस जवान की मौत के बाद 21 घंटों बाद तक पोस्टमार्टम नही हो सका।पुलिस लगातार पोस्टमार्टम की कार्रवाई का इंतजार करती रही।
पहाड़ी थाने में हाल ही में दो मौत:-
गत दिनों पहाड़ी थाने में ही तैनात हैडकांस्टेबल की मौत हो गई थी, जिसके करीब एक माह ही बीतने के बाद पुलिस जवान की मौत हो गई, आखिर क्या मानसिक पीड़ा से प्रताड़ित किया जिसके कारण मौतें हो रही है यह भी जांच का विषय है।