आत्मा में रमण करना वृहमचर्य है : सम्यक जैन
कामां सकल दिगम्बर जैन समाज आदिनाथ जिनालय में आयोजित दस लक्षण धर्म पर्युषण पर्व के दसवे दिवस पर उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा की गयी प्रथम अभिषेक शांतिधारा करने का सौभाग्य अनिल कुमार लोकेश कुमार विनीत जैन काकू परिवार को प्राप्त हुआ जैन समाज के अध्यक्ष सुभाष जैन अगोनिया ने बताया कि
श्रमण संस्कृति संस्थान से सम्यक जैन ने अपने प्रवचन में बताया कि ब्रह्मा अर्थात आत्मा में रमण करना वृहमचर्य है रागोत्पादक साधनों के होने पर भी उन सबसे विरक्त होकर आतमोन्मुखी बने रहना व्रहमचर्य है चन्द्रप्रभु मन्दिर के व्यवस्थापक गौरव जैन निक्की ने बताया कि श्री चनद्रप्रभु जिनालय में सौधर्म इंद्र प्रथम अभिषेक शांतिधारा का सौभाग्य राजेश जैन अखिलेश जैन दीपक जैन कानूगो परिवार को प्राप्त हुआ दुलीचंद शीतल कुमार सोनू जैन बैनाड़ा परिवार द्वारा एक तीन मंजिल रजत छत्र मंदिर में दान दिया गया साय आचार्य विधा सागर जी के सम्मुख दीप प्रज्जवलन करने का सौभाग्य धर्म जागृति संस्थान के पदाधिकारियों ने किया और संगीतमयी मंगल आरती और प्रतियोगिता आयोजित की गई