सज्जनगढ तहसील की पंचायत पाली बडी के ग्राम बगायचा निवासी बारह दिनो से 31 परिवारों के लोग अंधेरे में जीने को मजबूर
सज्जनगढ| तहसील की पंचायत पाली बडी के ग्राम बगायचा निवासी बारह दिनो से 31 परिवारों के लोग अंधेरे में जीने को मजबूर, बारह दिन पुर्व तेज आंधी आने से खम्भे सहित ट्रांसफार्मर गिर जाने लाईट नहीं है कारण विद्युत विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों की मनमानी, विभाग में ऐसे कामों को लेकर भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है यहाँ जो ऐसे काम को लेकर जो लोग पैसे देते है अमूमन उनका का काम तुंरत कर दिया जाता है जो कि लोकप्रिय राजस्थान सरकार के शासन पर भी सवालि निशान खडा कर देता है कि एक तरफ गरीब के लिए लाखो करोड़ो रू पानी की तरह बहा रही है राहत के लिए और इधर ये गांव के गरीब किसान पैसा कहाँ से लाए, इसलिये विभागीय कार्यवाही पर चलते हैं दस दिनों से विभाग में बिल सहित प्रार्थना पत्र दिया हुआ है पर उस पर आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिससे मौसम, व मच्छरों की मार से लोगों में बिमार होने की भी अंशका है, तीन दिन से 181 नं. पर भी शिकायत कर रखी है पर वो भी शायद लेट लतीफी की भेंट चढ गयी है उसका भी कोई रिस्पोंस नहीं आया, और लाईट बिल पर छपे नं. पर भी शिकायत दर्ज कराई व वाटसेप भी किया पर शायद ये विभाग का मसला है इस वजह से उसका भी कोई रिस्पोंस नहीं आया है, अब शायद ऊर्जा मंत्री को ही ये शिकायत अवगत कराना शेष रह गया है, यही काम यदि शहर के किसी गली मोहल्ले का होता तो रातों रात पोल खडे हो जाते, बस यही फर्क सरकार व विभाग कभी समझ नहीं पाएंगे कि गांव के लोग भले गरीब है पर इंसान ही तो है आप एक रात बिना लाईट के कल्पना करें तो यहां पुरा मोहल्ला बारह दिन से अंधेरे में पडा है, सरपंच को भी अवगत करवाया पर वो बोलना नहीं चाहते या उनकी भी विभाग के अधिकारी सुनते नहीं ये कहना मुश्किल है… अब लोकतंत्र के चौथे खम्भे के भरोसे ही हमारी लाईट के खम्भे खडें हो ये विश्वास है। ये जानकारी सुखराम वसुनिया ने दी।