नानी बाई का मायरा में गौवत्स राधाकृष्ण महाराज ने किया भगवान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन
सवाई माधोपुर 8 अक्टूबर। श्री अग्रसेन सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित नानी बाई का मायरा के तीसरे दिवस गौवत्स राधा कृष्ण महाराज ने भगवान कृष्ण की अद्भुत लीला का वर्णन किया।
उन्होंने बताया कि मुनीम का वेश रखकर भगवान भात पहनाने के लिए नानी बाई के घर पर पहुंच गए। लोगों को यह एहसास था कि नरसी मेहता तो कुछ लाया ही नहीं है इसलिए नानी बाई के ससुराल वालों ने नरसी मेहता की उपेक्षा की। गांव के बाहर ठहराया और उनके खाना-पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं की। स्नान तक की कोई व्यवस्था नहीं थी। नरसी अपने साधु संतों के साथ भगवान के ध्यान में मग्न थे। भगवान अपनी पटरानी लक्ष्मीजी के साथ मायरा भरने नरसी के घर पर आऐ। और उन्होंने जो मायरा की पत्रिका नरसी के घर आई थी उसको मंगवाकर उसमें जितना लिखा था उससे कई गुना मायरा भर दिया। नानी बाई के घर में सामान रखने की जगह तक नहीं बची। नरसी को भगवान ने समझा दिया कि आप कुछ नहीं बोलेंगे और यह भेद नहीं खोलेंगे कि मैं स्वयं मायरा भरने आया हूं। नरसी तो भगवान की लीलाओं से गद्गद थे। ना कुछ देखते बनता था ना कुछ सुनते, बोलते बनता था। इस अवसर पर भगवान रंगनाथ स्वामी कथा स्थल पर स्वयं मायरा भरने के लिए पधारे। मंदिर कमेटी के अतिरिक्त भारी संख्या में भक्त मंडल आये हुऐ थे। महाराज का मायरा गायन बहुत ही अद्भुत था। सारा वातावरण धर्ममय हो गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक गर्ग का दुपट्टा पहना कर और अगसेन महाराज की तस्वीर भेंट कर महाराज ने आशीर्वाद दिया। इसी क्रम में गिरिराज प्रसाद गर्ग अध्यक्ष अग्रवाल समाज आवासन मंडल, राजेश गोयल चक्की वाले अध्यक्ष अग्रवाल समाज मानटाउन तथा बृजेश गर्ग नव निर्वाचित अध्यक्ष अग्रवाल समाज शहर का भी महाराज ने दुपट्टा उढाकर आशीर्वाद प्रदान किया तथा अगसेन महाराज की तस्वीर भेंट की। प्रसाद वितरण के साथ ही सात दिवसीय राम कथा तथा तीन दिवसीय नानी बाई का मायरा का आयोजन पूर्ण हुआ। समिति की ओर से सभी आगंतुक हरि भक्तों का आभार व्यक्त किया गया।