वरिष्ठ एवं दिव्यांग मतदाता कर रहे हैं निर्बाध रूप से सम्मानपूर्वक मतदान
80 वर्ष से अधिक उम्र की बुजुर्ग महिला ने दिया घर बैठे वोट
भरतपुर, 17 नवम्बर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पहली बार शुरू हुई होम वोटिंग सुविधा में जिले के दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं ने खूब उत्साह दिखाते हुए मतदान किया। होम वोटिंग के चौथे दिन भी मतदाताओं ने जोश और उमंग के साथ मतदान में हिस्सा लिया। निर्वाचन टीम ने घर-घर जाकर मतदान करवाया गया। प्रारम्भिक तीन दिनों में अब तक जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में 80 वर्ष से अधिक आयु तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग पात्र 1953 मतदाताओं ने मतदान किया है।
पहली बार होम वोटिंग की व्यवस्था
जिला निर्वाचन अधिकारी लोक बंधु ने बताया कि होम वोटिंग के लिए मतदान दलों द्वारा प्रत्येक पात्र मतदाता के घर जाकर वोट एकत्रित करने हेतु प्रथम भ्रमण 14 नवम्बर से 19 नवम्बर तक किया जा रहा है। वहीं प्रथम चरण में अनुपस्थित पाये जाने वाले मतदाताओं के घर जाकर वोट एकत्रित करने के लिए द्वितीय चरण 20 नवम्बर से 21 नवम्बर तक किया जायेगा। इस प्रक्रिया के दौरान मतदान दल द्वारा घर-घर जाकर 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाता एवं दिव्यांगजन मतदाताओं से बैलेट पेपर के जरिए वोट डलवाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि होम वोटिंग के दौरान मतदान दलों के साथ सेक्टर अधिकारी, सुपरवाइजर एवं बीएलओ के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जाब्ता भी साथ रहेगा तथा मतदान को निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाने के लिए वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है एवम् प्रत्याशियों के बूथ स्तरीय एजेंट की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा रही है ।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि होम वोटिंग के लिए अस्थाई बूथ बनाकर मतदाताओं को उनके बैलेट पेपर देकर वोट डलवाये जा रहे हैं और वोट डालने के बाद मौके पर ही बैलेट पेपर को मतपेटी में डाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि होम वोटिंग सुविधा का लाभ देने के लिये मतदान दल जिले की सातों विधानसभा क्षेत्र में निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार पात्र मतदाताओं के उनके घर तक पहुंचे। यहां सभी आवश्यक तैयारियों के बाद निर्वाचन प्रक्रिया के तहत बूथ बनाकर होम वोटिंग करवाई जा रही है।
दो चरणों में 2196 मतदाता होम वोटिंग के जरिये करेंगे मतदान
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले में सातों विधानसभाओं से 2196 मतदाता होम वोटिंग करेंगे जिसमे विधानसभा क्षेत्र भरतपुर से 280, कामां से 240, डीग-कुम्हेर से 434, बयाना से 337, नदबई से 436, नगर से 191 एवं वैर से 278 मतदाता होम वोटिंग करेंगे। जिसके अंतर्गत भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में 80$ वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं की संख्या 182, कामां से 189, नगर से 145, डीग-कुम्हेर से 336, नदबई से 328, वैर से 231, बयाना से 235 सहित कुल 1646 मतदाता होम वोटिंग के जरिये मतदान करेंगे। वहीं दिव्यांग मतदाताओं की संख्या विधानसभा क्षेत्र कामां में 51, नगर में 46, डीग-कुम्हेर में 98, भरतपुर में 98, नदबई में 108, वैर में 47 एवं बयाना में 102 सहित कुल 550 मतदाता हैं जिन्हें होम वोटिंग सुविधा का लाभ दिया जा रहा है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 16 नवम्बर को विधानसभा क्षेत्र कामां से 45, नगर से 17, डीग-कुम्हेर से 116, भरतपुर से 60, नदबई से 123, वैर से 56 एवं बयाना से 110 सहित कुल 527 पात्र मतदाताओं ने मतदान किया। उन्होंने बताया कि 17 नवम्बर को कामां में 9, डीग-कुम्हेर में 88, नदबई 69 सहित कुल 166 मतदाता रूट चार्ट के तहत होम वोटिंग के जरिए मतदान करने हेतु निर्धारित किया गया है।
80 वर्ष से अधिक आयु की बुजुर्ग महिला ने दिया घर बैठे वोट
80 वर्ष से अधिक उम्र की मतदाता समयकौर ने शुक्रवार को घर बैठे अपने मताधिकार का प्रयोग किया और भारत निर्वाचन आयोग के नवाचार को सराहा। साथ ही बुजुर्ग मतदाता लालाराम ने भी होम वोटिंग द्वारा मतदान किया और खुश होकर कहा कि अधिक आयु होने के कारण वह मतदान हेतु पोलिंग बूथ पर जाने में असमर्थ थे इसलिए उन्होंने होम वोटिंग की सुविधा के लिए आवेदन किया जिसके फलस्वरूप मतदान दल उनके घर पहुंचा। उन्होंने बताया कि उन्होंने पूर्ण गोपनीयता के साथ अपने मताधिकार का उपयोग किया। इस नवाचार के कारण उन्हें मतदान में आसानी हुई है।