मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रगति समीक्षा बैठक सम्पन्न
प्रयागराज। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति समीक्षा बैठक कार्यालय स्थित गांधी सभागार में सम्पन्न हुई, जिसमें स्वास्थ्य संबंधी बिन्दुओं पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।सर्वप्रथम मण्डल के सरकारी अस्पतालों में हो रहे प्रसव के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए यह अवगत कराया गया कि माह अक्टूबर 2023 तक संस्थागत प्रसव के लक्ष्य के सापेक्ष जनपद फतेहपुर, कौशाम्बी प्रतापगढ़ व प्रयागराज में कमश: 74.00, 76.7, 519 व 55.8 प्रतिशत संस्थागत प्रसव ही रिपोर्ट किए गए हैं, जिसमें जनपद प्रतापगढ़ व प्रयागराज की उपलब्धि कम है। इस बिन्दु पर चर्चा करते हुए मण्डलायुक्त ने कितने प्रसव के प्रकरण प्राइवेट अस्पतालों में जा रहे हैं एवं उसके क्या कारण हैं और क्या इनमें आशाओं की भागीदारी है, इसकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं।माह अक्टूबर 2023 तक सम्पादित जेएसवाई प्रसवों के सापेक्ष 30 नवंबर 2023 तक जनपद फतेहपुर में 222 व प्रयागराज में 2136 लाभार्थियों का भुगतान लम्बित है, जिससे स्पष्ट होता है कि दोनों जनपदों में माह नवम्बर 2023 में हुए प्रसवों का भुगतान पूर्ण रूप से लम्बित है। यह अवगत कराये जाने पर मण्डलायुक्त ने खासी नाराजगी व्यक्त की तथा सभी लम्बित प्रकरणों में भुगतान अतिशीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।मातृ मृत्यु के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जनपद फतेहपुर में 20 कौशाम्बी में 51, प्रतापगढ में 13 व प्रयागराज में 98 की रिपोटिंग की गयी है। इसका संज्ञान लेते हुए मण्डलायुक्त ने प्रतापगढ़ में रिपोर्टिंग क्यों कम की गयी है इसकी जांच कर प्रत्येक ब्लाक में कितनी मृत्यु हुई है उनके एम0ओ0आई0एस से प्रमाण पत्र प्राप्त कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।टीकाकरण की समीक्षा करते हुए सरकारी इकाइयों पर हुए नवजात शिशुओं को हेपेटाइटिस बर्थडोज जनपद फतेहपुर में 91.8 प्रतिशत, प्रतापगढ़ में 96.00 प्रतिशत व प्रयागराज में 95.8 प्रतिशत दी गयी है। सरकारी ईकाइयों पर हुए नवजात शिशुओं को विटमिन के बर्थडोज जनपद फतेहपुर, कौशाम्बी प्रतापगढ़ व प्रयागराज में क्रमश: 88.7, 955, 85.6 व 83.9 प्रतिशत दी गयी है। इस पर मण्डलायुक्त ने सभी जगह नवजात शिशुओं को शतप्रतिशत डोज दिलाने को कहा।इसी क्रम में पिछली कुछ समीक्षा बैठकों में सामने आये प्रकरणों पर दिए गए निर्देशों का अनुपालन न होने पर मण्डलायुक्त ने संबंधित अधिकारी को प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य को इस संबंध में पत्र लिखते हुए अवगत कराने के निर्देश दिए।