डीग न्यायालय मे लोक अदालत का हुआ आयोजन 137 प्रकरणो का निस्तारण
डीग राजस्थान, आज तालुका विधिक सेवा समिति डीग के अध्यक्ष अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामचरण मीणा की अध्यक्षता में कोर्ट परिसर डीग में हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिसमें विभिन्न प्रकार के कुल 418 प्रकरण रखे गए जिनमें से 137 प्रकरणों का हुआ निस्तारण, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार आज दिनांक 09- 12- 2023 को न्यायालय परिसर डीग में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें प्रकरणों के निस्तारण के लिए दो बेंच गठित की गई हैं प्रथम बेंच में अध्यक्ष अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीग रामचरण मीणा एवं सदस्य एडवोकेट राजेंद्र कुमार शर्मा एवं द्वितीय बेंच में अध्यक्ष अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डीग सीमा हुड्डा एवं सदस्य नायब तहसीलदार डीग पुष्कर सिंह एवं सदस्य एडवोकेट प्रवीण चौधरी रहे राष्ट्रीय लोक अदालत में सिविल प्रकृति के मामले, पारिवारिक मामले, चेक अनादरण से संबंधित मामले, रेवेन्यू प्रकृति के मामले, क्लेम संबंधित मामले, बैंक से संबंधित मामले,प्री -लिटिगेशन से संबंधित मामले,लघु प्रकृति के अपराधिक मामले रखे गए जिनका निस्तारण पारस्परिक राजीनामा एवं सहमति द्वारा किया गया प्रथम बेंच में कुल 49 प्रकरण रखे गए जिनमें से 7 पारिवारिक,3 सिविल एवं 3 एम.ए.सीटी प्रकरणों का निस्तारण किया गया क्लेम प्रकरणों में कुल 7 लाख 83 हजार के अवार्ड पारित किए गए दितीय बेंच में विभिन्न प्रकार के 369 प्रकरण रखे गए जिनमें से 126 फौजदारी, 3 चेक अनादरण 1सिविल,5भरण पोषण,1 प्रकरण अंतर्गत धारा 136 एलआर एक्ट एवं 20 अंतर्गत धारा 107/116 सीआरपीसी के प्रकरणों का निस्तारण किया गया इसके अलावा अलग-अलग बैंकों के 300 प्री लिटिगेशन के मामले रखे गए जिसमें 8 प्रकरणों का निस्तारण किया गया जिससे बैंकों को 4 लाख 48 हजार 700 रुपए की रिकवरी हुई इस दौरान 7 साल पुराना पारिवारिक प्रकरण अंतर्गत धारा 9 हिंदू विवाह अधिनियम वास्ते दांपत्य संबंधों के पुनर्स्थापना बाबत जगबीर बनाम हेमलता जो कि न्यायालय श्रीमान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नगर के समक्ष विचाराधीन था को पारस्परिक सहमति एवं राजीनामा के माध्यम से निस्तारित कराया उक्त प्रकरण में ग्राम पीराका तहसील नगर निवासी जगबीर पुत्र रघुनाथ जाति जाट का विवाह हेमलता निवासी छोकरवाड़ा के साथ हिंदू रीति रिवाज से दिनांक 7/12 /2008 को हुआ था जिसमें वैचारिक मतभेदों के कारण दिनांक 6/8/2015 से दोनों अलग-अलग रहने लगे अब 7 साल बाद दोनों ने लोक अदालत की भावना एवं पारस्परिक सहमति से आपस में साथ रहने का फैसला किया और अपने विवाद का निस्तारण कराया इस अवसर पर अपर लोकअभियोजक राम अवतार,एडवोकेट रमाकांत शर्मा,गोपाल परमार, गणेश यादव,ओम प्रकाश शर्मा, धर्मवीर सिंह ओमप्रकाश अटोरिया, देवेंद्र यादव एवं सचिव अंकुर शर्मा रीडर अजय जुनेजा जितेंद्र सिंह,मुकेश फौजदार, राजेंद्र शर्मा,बसंत मीणा,लोकेंद्र सिंह,संदीप पूनम मित्तल, दिनेश कुमार विश्वेंद्र सिंह अशोक, ओम प्रकाश आदि न्यायिक कर्मचारी गण उपस्थित रहे.