ठंड से ठिठुर रहे स्कूली बच्चों के सामने यमराज बन कर खड़ी है हाड़ कंपाने वाली ठंडक

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ठंड से ठिठुर रहे स्कूली बच्चों के सामने यमराज बन कर खड़ी है हाड़ कंपाने वाली ठंडक

प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। दिन प्रतिदिन आसमान का पारा लुढ़क रहा है दिनों दिन ठंड बढ़ती जा रही है। सुबह से दोपहर तक आसमान में कोहरा छाया रहता है लोग घर से नहीं निकालना चाहते हैं बड़े नेता और अधिकारी गर्म एसी रूम में बैठकर ठंड से बच रहे हैं। बड़े नेताओं और अधिकारियों के वाहनों में भी गर्म एसी लगी हुई है जिससे उन्हें विकराल ठंड का एहसास नहीं हो रहा है। सरकारी कार्यालय में हीटर ब्लोवर चला कर कमरे गर्म किया जा रहे हैं घरों में भी लोग आग जलाकर ठंड से बच रहे हैं। गर्म कपड़े पहन रहे हैं लेकिन उसके बाद छोटे-छोटे मासूम बच्चों सहित स्कूली बच्चों के सामने हाड़ कपाने वाली ठंड यमराज बन कर खड़ी है। हाड़ कपाने वाली भीषण ठंड कोहरा के बाद भी प्रतिदिन सुबह 7 बजे ही स्कूल की बसें यमराज बनकर बच्चों के दरवाजे पहुंच जाती हैं। जिस समय पूरे नगर के लोग रजाई में घुसे रहते हैं उस समय बच्चों को पूरी तैयारी के साथ स्कूल जाना होता है।जबकि स्कूल में पढ़ाई भी इस समय ठीक से नहीं हो रही है स्कूल के शिक्षक भी ठंड में इधर-उधर समय व्यतीत कर रहे हैं।लेकिन बच्चों से फीस मिलती रहे स्कूल आने वाले बच्चों से बस का किराया मिलता रहे यदि स्कूल बंद कर दिया जाएगा तो बस का किराया नहीं मिलेगा बच्चों की फीस नहीं मिलेगी स्कूल प्रबंधन की आमदनी कम हो जाएगी। इसीलिए कान्वेंट स्कूल से लेकर नर्सरी स्कूल जूनियर हाई स्कूल इंटरमीडिएट कॉलेज सीबीएसई बोर्ड के कॉलेज नहीं बंद हो सके हैं। स्कूल ना बंद किए जाने से स्कूल जाने वाले बच्चों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। आखिर इन बच्चों की मुसीबत कौन दूर करेगा छोटे-छोटे बच्चों ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक का ध्यान आकर्षित करते हुए शीतलहर कोहरा के समय नर्सरी केजी से लेकर इंटर तक के संपूर्ण सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद कराने की मांग की है।


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