पुलिस के आलाधिकारियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों से संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन
प्रयागराज।पुलिस लाइन में आयोजित छात्रों के साथ इस विशेष कार्यक्रम के तहत पुलिस आयुक्त से लेकर जिले में आये हुए नवागंतुक आईपीएस अफसरों तक ने छात्रों की जिज्ञासाओं को शांत किया।सीपी शर्मा क्लासेज में विभिन्न विषयों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों ने यूपीएससी और यूपीपीएससी की परीक्षा से जुड़े सवाल पूँछे जिनका जवाब पुलिस आयुक्त से लेकर डीसीपी औऱ एसीपी तक विस्तार से छात्रों को समझाया।छात्रों के साथ सवाल जवाब में पुलिस आयुक्त रमित शर्मा डीसीपी दीपक भूकर,श्रद्धा पांडेय,अभिनव त्यागी,अनंत व एसीपी श्वेताभ पांडेय शामिल रहे।पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि हर छात्र के अंदर कुछ न कुछ विशेषता जरुर होती है और उनकी कुछ कमजोरी भी होती है जिसे जानने की जरूरत हर छात्रों को है।जब छात्र ये जान लेंगे कि उनके अंदर क्या विशेषता है और क्या कमी है तो उनकी पढ़ाई की राह आसान हो जाएगी।यूपीएससी की परीक्षा देने से पहले छात्रों को परीक्षा का सिलेबस जरूर अच्छे से पढ़ना चाहिए।जिससे उन्हें पता चल जाएगा कि उन्हें क्या और कितना पढ़ना है इससे उनकी तैयारी बेहतर होगी।इसी के साथ पुलिस आयुक्त ने छात्रों को यह भी बताया कि सफलता के लिए कोचिंग जाना जरूरी नहीं है औऱ खुद उन्होंने बिना कोई कोचिंग किये यूपीएससी की परीक्षा पास की थी।इसके साथ ही उन्होने छात्रो को बताया कि यूपीएससी और यूपीपीएससी ही हर छात्र की मंजिल नहीं होती है सभी छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार क्षेत्र चुनना चाहिए क्योंकि आपकी जिस क्षेत्र में रुचि होगी उसी क्षेत्र में आप कार्य करने जाएंगे तो सफलता मिलने की उम्मीद ज्यादा रहती है।इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को सफलता के टिप्स बताने के साथ ही उन्हें असफलता से घबराने की जगह उससे भी कुछ सीखने की नसीहत दी गई। सवाल जवाब के दौरान डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने छात्रों को बताया कि असफलता से कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलता है और उसे दूर करके सफलता हासिल करने का रास्ता बनता है.इसलिए असफलता से घबराने की जगह उससे भी हर बार कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करें जिससे सफलता जरूर मिलेगी।इंग्लिश मैथ जीएस रीजनिंग पर अच्छी पकड़ बनाकर सफलता मिल सकती है जिसके लिए प्रैक्टिस ज्यादा करनी चाहिए और समय का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अब परीक्षा में ज्यादा समय नहीं मिलता है इस लिए परीक्षा देने के साथ ही परीक्षा के दौरान मिलने वाले टाइम को भी मैनेज करके सफलता हासिल की जा सकती है।एएसपी पुष्कर वर्मा ने छात्रों के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि सफलता के लिए सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है।क्योंकि सेल्फ स्टडी से कोर्स को पूरा करने के साथ ही उसे समझने में भी आसानी होती है।डीसीपी श्रद्धा पांडेय ने छात्रों को बताया कि किसी भी परीक्षा या कोर्स का पूरा सिलेबस पूरा करना सभी के लिए संभव नहीं होता है लेकिन आप जितना पढ़ पा रहे हैं उसको इस तरह से पढ़िए की जितना आपने पढ़ा है वो पूरा होना चाहिए थोड़ा थोड़ा सब कुछ पढ़ने से बेहतर होता है कि आप जितना पढ़े जितना स्टडी मैटेरियल तैयार करें उस पर आपकी पकड़ पूरी होनी चाहिए।किसी भी छात्र को पढ़ाई का प्रेशर नहीं लेना चाहिए बल्कि प्रतियोगी परीक्षा की पढ़ाई करते समय कहीं आप असफल होते हैं तो उसको छोड़कर दूसरी परीक्षा की तैयारी करिए क्योंकि आप पढ़ाई कर रहे हैं तो आपकी मंजिल आपका इंतजार कर रही है बस आपको वहां तक पहुँचने भर की देर है।जो भी छात्र मेहनत और ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं सफलता उन्हें जरूर मिलती है।डीसीपी यमुना नगर अभिनव त्यागी ने छात्रों के साथ संवाद के दौरान उन्हें कभी निराश और हताश न होने की नसीहत दी.साथ ही छात्रों को बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के साथ ही उन्हें अपने अंदर आत्म विस्वास बनाए रखना चाहिए। किसी भी एक परीक्षा में असफल होने पर प्रतियोगी छात्रों का सफर समाप्त नहीं होता है।जिस किसी परीक्षा में छात्र का चयन न हो उसे अपनी कमियों का स्वतः संज्ञान लेना चाहिए और उसे सुधारकर फिर से नयी मंजिल हासिल करने के लिए तैयारी शुरू कर दें क्योंकि असफलता के बाद मिली सफलता अनमोल होती है।