सनातन संस्कृति पर केंद्रित साहित्य वैश्विक कल्याण की संजीवनी है-मुख्य सचेतक गर्ग
बांसवाड़ा।अरुण जोशी ब्यूरो चीफ। राजस्थान विधानसभा में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा है कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सनातन संस्कृति पर केंद्रित साहित्य का सृजन वैश्विक दृष्टि से संजीवनी के समान है ।
विश्व के विभिन्न हिस्सों में व्याप्त प्रतिकूलताओं के दौर में सनातन धर्म और सनातन संस्कृति के अनुरूप जीवन शैली ही भारतीय ऋषि मुनियों द्वारा दिए महामंत्र सर्वे भवंतु सुखिनः को साकार कर सकता है । गर्ग ने यह बात उजास परिवार बांसवाड़ा द्वारा उनसे की गई मुलाकात तथा गत दिनों विश्व हिंदी दिवस पर पहली बार आयोजित सनातन साहित्य सम्मेलन और इस आयोजन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा दी गई सहमति के विषय में विस्तृत संवाद के दौरान कहीं। मुख्य सचेतक गर्ग से मुलाकात के लिए बांसवाड़ा जिले से गर्ग समाज का प्रतिनिधि मंडल तथा उजास परिवार के संयोजक भंवर गर्ग ‘मधुकर’ के साथ एक दल जालौर गया हुआ है जिसने मुख्य सचेतक से मुलाकात की और इस दौरान उन्हें उजास परिवार की सनातन साहित्य सृजन से जुड़ी गतिविधियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। मुख्य सचेतक ने उजास परिवार द्वारा सनातन संस्कृति को वैश्विक पटल पर प्राणी मात्र के कल्याण के निमित्त प्रतिष्ठित करने के प्रयासों को सराहा तथा साहित्य से जुड़े किसी आयोजन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा शामिल किए जाने के कीर्तिमानी प्रयासों को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। मुख्य सचेतक ने उजास परिवार के भंवर गर्ग के आमंत्रण को स्वीकार करते हुए आगामी दिनों में होने वाले कार्यक्रमों में सम्मिलित होने की स्वीकृति भी प्रदान की।