निदेशक अनुसंधान ने किया नव विकसित किस्मों की फसलों का अवलोकन
भरतपुर 1 फरवरी। श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के निदेशक अनुसंधान डॉ. एम.एल.जाखड ने गुरुवार को कृषि महाविद्यालय व कृषि अनुसंधान उपकेन्द्र कुम्हेर का दौरा किया।
डॉ. जाखड ने अनुसंधान पर चल रहे गेहॅूं व जौ की नव विकसित किस्मों के एडवांस बेराइटल ट्राइल, मटर, सौंफ व मसूर पर जैविक खेती अनुसंधान, चना व सरसों पर खरपतवार नियंत्रण व नैनोयूरिया प्रयोग संबधी अनुसंधान प्रयोगों का अवलोकन किया। उन्होंने अनुसंधान केन्द्र पर प्रजनक बीज कार्यक्रम को भी देखा। सरसों की गिरिराज, राधिका व एन.आर.सी.एच.बी-101, गेहूॅं की राज-4238, जौ की आर.डी.-2899, चना की जी.एन.जी. -2144 व आर.एस.जी.-807, मसूर की आर.एल.जी.-5, कोटा मसूर-1 व कोटा मसूर-2तथा सौंफ की आर.एफ-125 किस्मों के बीजोत्पादन की समीक्षा की।
उन्होंने शुद्ध बीजोत्पादन हेतु खेत से आवंछित पौधों को हटाने की सलाह दी व कृषि महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी ली। महाविद्यालय के डीन डॉ. उदयभान सिंह ने कृषि अनुसंधान प्रगति की वार्षिक कार्ययोजना तथा वर्षा आधारित खेती का मॉडल प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ. रामफूल पूनियां, फार्म मैनेजर रमाकान्त गुप्ता सहित समस्त कॉलेज स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।