सिन्धु सभा का मातृशक्ति सम्मेलन 2 व 3 मार्च को भीलवाडा में

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सिन्धु सभा का मातृशक्ति सम्मेलन 2 व 3 मार्च को भीलवाडा में

महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन के मार्गदर्शन में आयोजन

भीलवाड़ा। मूलचंद पेसवानी। भारतीय सिन्धु सभा की ओर से 2 व 3 मार्च, 2024 को हरी शेवा सनातन उदासीन आश्रम, भीलवाडा मे राज्य स्तरीय पहला मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन के मार्गदर्शन में आयोजित किया जायेगा। प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी के नेतृत्व में प्रदेश भर में प्रवास कर कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया। प्रदेशाध्यक्ष (महिला) शोभा बसंताणी ने बताया कि सम्मेलन में समाज की गुरूयाणी- मुख्याणी-नियाणी को निमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में उपस्थित होने के लिये पंजीयन किया जा रहा है। प्रदेश पदाधिकारी व संभाग प्रभारी से जिलो में प्रवास कर सम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा की गई है। प्रत्येक जिले व ईकाई से प्रतिनिधि सम्मिलित होगें। सम्मेलन में सामाजिक कुरीतियों निवारण पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।

संतो, पण्डितों व केन्द्रीय पदाधिकारियों का मार्गदर्शन

प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि सम्मेलन में महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, महंत स्वरूपदास उदासीन,अजमेर महंत हनुमानराम, तीर्थराज पुष्कर, सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतराम छाबडा,कोल्हापुर महामंत्री राजेश वाधवाणी, ग्वालियर उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अजमेर डॉ. मायाबेन कोडनाणी, अहमदाबाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष (महिला) विनीता भावनाणी,बिलासपुर वंदना वजीराणी चित्तौडगढ, कोकिला नारवाणी पाली, सावित्री दीदी कोटा के साथ ब्राहम्ण समाज के पण्डित सुरेश शर्मा इन्दौर, पण्डित जयदेव शर्मा कोटा, कुटुम्ब प्रबोधन रवि जाजू व प्रदेश पदाधिकारी अलग अलग सत्रों में मार्गदर्शन करेगें।
प्रदेश शिक्षा प्रभारी नवल किशोर गुरनाणी ने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन में अलग अलग सत्रों में सिन्धी ब्रहमखत्री के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविन्द खत्री, सनातन संस्कार की जानकारी जोधपुर के डॉ. दिलीप नाथाणी रखेगें।
संभाग प्रभारी वीरूमल पुरसवाणी ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में बाल संस्कार शिविरों में तैयार विद्यार्थियों के गीतों के अलावा खैरथल के राजकुमार दादवाणी, जयपुर की सीमा गोलाणी, प्रिया ज्ञानाणी, अजमेर की अंजलि हरवाणी व भीलवाडा की हरशिनी प्रस्तुतियां देंगी।
प्रदेश भाषा व साहित्य मंत्री डॉ. प्रदीप गेहाणी ने बताया कि शिक्षा सत्र में भाषा के जुडाव व शोध कार्य से शिक्षण के सत्र में जयपुर की दृष्टि अजवाणी, मदस विश्वविद्यालय सिन्धु शोधपीठ की पूर्व निर्देशक डॉ. लक्ष्मी ठाकुर, कैरियर कांउसिलंग पर जयपुर के अशोक रामाणी व हिना सामनाणी विचार रखेगें।


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