शिव की शक्ति से अनुप्राणित हो नारी – मुनि ‘मेधांश’
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर तेरापंथ महिला मंडल ने आयोजित किए विविध कार्यक्रम, प्रस्तुत किया नारी की गौरव गाथा नुक्कड़ नाटक
उदयपुर:8 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित तेरापंथ महिला मंडल द्वारा इम्पोवरमेंट कार्यक्रम युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासनश्री मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में प्रज्ञा शिखर महाप्रज्ञ विहार में आहूत हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुनि संबोध कुमार ‘मेधांश’ ने कहा- ये इक्कीसवीं सदी है अब महिलाओं को सुरक्षा की नहीं सम्मान की चाह होनी चाहिए । मुनि ने कहा- हम स्वयं और अपने आसपास की महिलाओं को उनके हिस्से का सम्मान दे तो इम्पोवरमेंट शब्द अर्थ रखता है । उन्होंने शिव रात्रि और महिला दिवस पर उपस्थित केशरिया शक्ति को संबोधित करते हुए कहा – महिलायें शिव की शक्ति से अनुप्राणित हो तब विश्व क्षितिज पर नव्य सूर्य का अभ्युदय होगा । साथ ही उन्होंने कहा – की फैंटसी और स्टेटस ,आजादी के नाम पर जब महिलाएँ हुक्का बार, पब, ड्रग्स में अपनी ज़िंदगी खर्च करने लगे तो समझ लो कि देश की आज़ादी फिर से बिकने के कगार पर है । जिस देश में सारे त्योहार सभी पर्व जिस स्त्री के बिना कल्पनातीत हो उसी देश में महिलायें ख़ुद अपने अस्तित्व को लेकर चिंतित है यही से महिला दिवस की आवश्यकता का जन्म होता है
इस अवसर पर मण्डल द्वारा साहित्य के क्षेत्र में पचास वर्षों से उल्लेखनीय सेवाओं के लिए डॉ विजय लक्ष्मी नेनावटी को प्रेरणा सम्मान से नवाजा गया , परिचय श्रीमती उषा चौहान व प्रेरणा सम्मान पत्र का वांचन श्रीमती सुमन डागलिया ने किया । प्रेरणा सम्मान प्राप्तकर्ता श्रीमती नेनावटी ने कहा- यह मेरा नहीं वरन् संपूर्ण महिला मंडल का सम्मान है , उन्होंने स्व रचित कविता पाठ कर स्त्री की अस्मिता को व्याख्यायित किया।
कार्यक्रम में आचार्य महाश्रमण दीक्षा कल्याणक के अवसर पर देश भर में आयोजित हो रही काव्यांजलि प्रतियोगिता की संयोजिका श्रीमती सीमा पोरवाल ने आचार्य की अभिवंदना में काव्यांजलि प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए परिणामों की घोषणा की । प्रतियोगिता में पंद्रह महिलाओं ने सहभागिता निभाई । प्रथम डॉ विजयलक्ष्मी मुंशी, द्वितीय कविता सुराणा, व तृतीय डॉ. डिम्पी जैन को दिया गया । कार्यक्रम की सहसंयोजिका श्रीमती सीमा मांडोत थी। महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती सीमा बाबेल ने स्वागत करते हुए कहा- नारी अबला नहीं है वह ज़रूरतों के हिसाब से अपने आप को किरदार में ढाल लेती है शायद इसलिए वह जगत पूज्या है उन्होंने श्रीमती नेनावटी को प्रेरणा सम्मान प्राप्त करने पर बधाई दी।
नुक्कड़ नाटक से दिया नारी शक्ति का संदेश
इस अवसर पर मंडल की सरिता जैन , शशि मेहता, महक कोठारी, डिंपल पोरवाल, पूनम जैन ,ममता पोरवाल । कोमल है कमज़ोर नहीं , ओहो वुमनिया थीम पर प्रेरक नुक्कड़ नाटक का रोचक मंचन किया। कार्यक्रम के अंत में मंडल द्वारा चार ग्रुप बनाकर महिला सशक्तिकरण से जुड़े तथ्यों पर आधारित आयोजित किया , प्रश्न मंच में महिला सशक्तिकरण , उपलब्धियाँ, सरकारी सुविधाएँ, कैरीअर से जुड़े प्रश्न किए सबसे अधिक उत्तर देने वाले ग्रुप जननी के बारह सदस्यों खुला प्रश्न मंच में अभिनंदन किया गया।
प्रेरणा गीत तेरापंथ महिला मंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया
टाइम पंक्चुलिटी के लिये लकी ड्रा के तहत श्रीमती लाड़ कंठालीया, श्रीमती सरिता जैन, श्रीमती सपना बोलिया को सम्माननीत किया गया। इस श्रृंखला में एम्पोहर्मेंट शब्द पर थंब प्रिंट्स लगाकर मण्डल सदस्यों ने सशक्तिकरण का क्रिएटिव आगाज किया वही दस मिनिट की देश की सशक्त महिलाओं पर डाक्यूमेंट्री फ़िल्म बना कर प्रस्तुत की गई। आभार मण्डल मंत्री श्रीमती ज्योति कच्छारा व मंच संचालन कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती डॉ. रिंकु हिरण , श्रीमती रुशिका पोरवाल, श्रीमती ख़ुशबू कंठालिया, श्रीमती कोमल गांधी ने सयुंक्त रूप से किया।