बड़ोदिया, बांसवाड़ा।अरुण जोशी ब्यूरो चीफ। वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में खांदू कॉलोनी से विहार कर प.पू. संस्कार प्रणेता श्रमणी आर्यिका 105 विकाम्या श्री माताजी 3 पिच्छि ससंघ का मंगल प्रवेश हुआ । रोहित भैया ने बताया कि वीरोदय तीर्थ क्षेत्र के उपाध्यक्ष राजेश गांधी, प्रघ्युमन शाह, लोकेश शाह एवं उपस्थित समस्त महानुभावों ने मिलकर माताजी की भव्य अगवानी वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में की । इस दौरान धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताजी को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य वीरोदय तीर्थ क्षेत्र कमेटी को हुआ । श्री जी के दर्शन के तदुपरांत तीर्थ क्षेत्र का अवलोकन ससंघ ने किया । संध्या काल में भक्तांमर जी आरती करने का सौभाग्य समस्त उपस्थित महानुभावों प्राप्त हुआ। बडोदिया में मंगल प्रवेश-माताजी ससंघ का रात्रि विश्राम वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में हुआ है तथा प्रातः मंगल विहार कर वीरोदय तीर्थ क्षेत्र से अंदेश्वर पारसनाथ तीर्थ क्षेत्र के लिए पदयात्रा प्रारंभ हुई । शनिवार प्रात: 9 बजे बडोदिया पहुंचने पर संघ का बडोदिया जैन समाज व महिला मंडल ने मंगल गीत गाते भक्तिम करते भव्य अगवानी की । जिसके उपरांत श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ससंघ को गाजे बाजे के साथ लाया गया । जैन धर्म भाव प्रधान है-आर्यिका 105 विकाम्या श्री माताजी ने कहा कि जैन धर्म भाव प्रधान है । किसी भी प्रकार क्रिया हो चाहे भगवान का अभिषेक , पूजन, स्वाध्याय या फीर जाप करना बस देखा यह जाता है कि आपके भाव कैसे है । यह विचार आर्यिका ने श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर बडोदिया में धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए । उन्होेने कहा कि मंदिर में पूजन करते समय मन बाजार में या दुकान पर भटकता हो तो वो वह पूजन निर्थरक हो जाती है । संचालन आशिष भैया तलाटी ने किया । सांय चार बजे आर्यिका संघ का बडोदिया से कलिंजरा की और विहार हुआ । ये जानकारी दीपक जैन ने दी।