प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। काशी विश्वनाथ की तर्ज पर प्रयागराज में संगम कोरिडोर बनने जा रहा है। संगम स्थित श्री बड़े हनुमान जी मंदिर कोरिडोर माघ मेला, कुंभ में ही नहीं बल्कि पूरे वर्ष देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अद्भुत साबित होगा। इस निर्माण कार्य के सफल आयोजन के लिए बाघंमरी मठ के महंत बलवीर गिरी जी महाराज की ओर से पांच दिवसीय अनुष्ठान कराया गया जो मंगलवार को संपन्न हुआ। उत्तर दक्षिण के ब्राह्मणों के द्वारा वैदिक अनुष्ठान से श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत बलवीर गिरि जी महाराज ने शुक्रवार यानी 22 मार्च को अष्टद्रव्य गणपति हवन से पूजन की शुरुआत की थी। अनुष्ठान के अंतिम दिन 26 मार्चको अधिवास हवन पूजन महापूजन और अनुज्ञा कलश से महाभिषेक किया गया। श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत बलवीर गिरि जी महाराज ने बताया कि अनुष्ठान की शुरुआत गणपति अष्टद्रव्य हवन से हुआ था। इसमें शुलीनी दुर्गे यंत्र पूजन, रूद्र हवन, तक्षक यंत्र पूजनकर्म, महासुदर्शन यंत्र पूजन कर्म व हवन यंत्र, हनुमान मूल मंत्र हवन, कलश स्थापना एवं अभिषेक हुआ। उन्होंने बताया कि जीर्णोद्धार कार्य पर कोई भी अनिष्ठ न हो उसके लिए महासुदर्शन हवन किया गया। हनुमान मूल मंत्र पूजन में मंदिर प्रांगण में जो मूर्तियां हैं उनको अपने स्थान से निकालने के लिए वैदिक विधि से कलश स्थापना किया। तक्षक पूजन अर्थात जमीन के अंदर रहने वाले समस्त जीवों से प्रार्थनाक की गई कि मूल चूक में कोई जीव किसी यंत्र के कारण चोटिल होता हैतो उन सभी जीवों के लिए पूजन कर्म किया गया। साथ ही साथ क्षमा याचना की गई। हनुमान मंदिर में दैवीक, दैहीक व भौतिक रूप से सबका कल्याण हो। जिसमें रामजानकी मंदिर व गणेश व छोटे हनुमान मंदिर गदा इत्यादि मंदिर प्रांगण के सभी मूर्तियों के लिए वैदिक अनुष्ठान किया गया। मंदिर जीर्णोद्धार पूर्ण होने पर पुन: अनुष्ठान करके उन्हें प्राण प्रतिष्ठित किया जाएगा।