बडोदिया, बांसवाड़ा।अरुण जोशी। जैन संत भवन बडोदिया में दसवें ज्ञान कलश स्थापना समारोह का आयोजन किया गया । समाज के धर्मेन्द्र खोडणिया व महेश दोसी ने बताया कि श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर परिसर में आशिष भैया तलाटी के सानिध्य में आचार्य श्री विद्यासागर जैन पाठशाला के दसवें ज्ञान कलश स्थापना समारोह पर हुए विविध आयोजन । उन्होंने बताया कि आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के आशिर्वाद व मुनि श्री प्रणम्य सागरजी महाराज व आर्यिका पूर्णमति माताजी के परम आशिर्वाद से संत भवन बडोदिया में जैन धार्मिक पाठशाला के ज्ञान कलश की प्रथम स्थापना वर्ष 2014 में की थी जिसके उपरांत आशिष भैया तलाटी के निर्देशन में समाज की सविता जैन, सोनल जैन व बहनो द्वारा बच्चो में धार्मिक ज्ञानार्जन कराया जा रहा है उसी कडी में आज दसवें ज्ञान कलश की स्थांपना बोली के माध्यम से शारदा देवी चौखलिया धर्मपत्नी रमेश चंद्र चौखलिया, मोक्ष,विजेता व प्रियंका,भारती,अश्मिका चौखलिया परिवार द्वारा की गई । इस दौरान वर्ष पर्यन्त चलने वाले धार्मिक शिक्षण के लिए पूण्यार्जक बनने का कई परिवारो ने सोभाग्य प्राप्त किया।वर्ष2023 में स्थापित किए गए ज्ञान कलश को समाज के पंचो ने जयेश दोसी पुत्र मगनलाल दोसी द्वारा भेंट कर सम्मान किया। रजत पंच मेरू भेंट करने की घोषणा-आशिष भैया तलाटी व संयम आर जैन ने बताया कि आस्था् जैन धर्मपत्नीे विपुल जैन निवासी खोडन परिवार ने बडोदिया के श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के लिए रजतमय पंच मेरू भेंट करने की घोषणा की जिनका जैन समाज बडोदिया ने स्वागत किया ।
संस्कारो का प्रभाव-आयोजन में पाठशाला के बच्चे भक्ष्य अभक्ष्य, पाप पूण्य की तख्तिया लेकर मंच पर खडे थे तब आशिष भैया तलाटी ने बताया कि इन बच्चो में संस्कारो का बीजारोपण यह हो रहा है कि इनको झुठ-सत्य,पाप –पुण्य अर्थात क्या गलत है और क्या सही है पता चल रहा है यह होता है ज्ञानार्जन । जो आगे चलकर धर्म की पताका फहराएगें अन्य कई ऐसे लोग है जो क्रिया तो करते है परंतु ज्ञान के अभाव में विवेकहीन होकर सच्चे देव शास्त्र गुरू की पहचान तक नही कर पा रहे है । इस दौरान समाज के कांतिलाल खोडणिया,जीतमल तलाटी,धनपाल खोडणिया,कमलेश दोसी, सुरेश चंद्र जैन के अलावा बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे ।