गोठड़ा बालाजी वार्षिक मेला 8व 9अप्रैल को आयोजित
बौंली, बामनवास। बौंली उपखंड के ग्राम पंचायत लाखनपुर के ग्राम गोठड़ा में नव संवत्सर पर बालाजी का मेला शुरू होगा जो 8व 9 अप्रैल को लगेगा । मेला कमेटी अध्यक्ष रामेश्वर गुर्जर गोठड़ा व बालाजी भक्त सीताराम चौधरी ने बताया कि यह मेला संवत 2008 से प्रारंभ हुआ था इस दिन अपने आप बालाजी का चोला उतरा था जिसमे बालाजी के से नो इंच सिंदूर अपने आप उतरी थी सिंदूर का चोला उतरने के बाद उस समय के स्थानीय भक्त पूर्व सरपंच स्व बालूराम चौधरी , बलदेव पटेल, राधाकिसन पटेल , राम स्वरूप भगत ,गुलाब पटेल रामफूल पटेल आदि भक्तो ने उस दिन से अखंड ज्योति चालू करवाकर , उत्सव मनाया गया था उस दिन से आज तक प्रति वर्ष चैत्र कृष्ण अमावस्या व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को दो दिवसीय मेला लगता है सात अप्रैल को संत ज्ञानानंद महाराज के सानिध्य में जागरण से कार्यक्रम की शुरूवात होकर , प्रथम दिवस आठ अप्रैल को फूल बंगला झाकी ,महाआरती,ध्वज पूजन , नाल प्रतियोगिता, घुड़ दौड़, ऊट दौड़ मानव दौड़ व रात्रि में भजन संध्या होगी । आठ व नौ अप्रैल को दो दिवसीय मेला रहेगा। मेले में 130किलो की नाल प्रियोगिता में 5100रूपये का इनाम रखा गया है।बहत्तर साल से इस मेले का और अखंड ज्योति का कार्यक्रम चल रहा है मेले में दूर दूर से बालाजी के भक्त आते है और अपनी मन्नते मांगते है इसी दिन से हिंदू नवीन संवत प्रारंभ होने से भी इस मेले का महत्व ज्यादा हो जाता है बालाजी अपने भक्तो के मनोरथ भी पूर्ण करते है जिससे प्रसन्न होकर देवराम गुर्जर मेदार ने गत वर्ष में बालाजी के मैदान में 300 छायादार पेड़ लगाए हैं जिनके देखरेख ,निराई गुड़ाई ,पानी की जिम्मेदारी उनकी स्वयं की है उन्होंने पेड़ो की सुरक्षा के लिए तारबंदी करवाई हैं वर्तमान में लगभग सभी पौधे सुरक्षित है।पेड़ लगने से पर्यावरण के साथ साथ बालाजी धाम की सुंदरता में सहयोग मिलेगा।और अन्य भक्तो को भी घटते पर्यावरण को संरक्षित करने की प्रेरणा मिलेगी।